बिहार : अररिया में हत्यारोपी सहित एक चोर सदर अस्पताल की खिड़की तोड़ हुआ फरार
अररिया : बिहार के अररिया में सदर अस्पताल में इलाजरत दो विचाराधीन बंदी शुक्रवार की रात बंदी वार्ड की खिड़की तोड़ कर पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया. भागते वक्त दोनों ने इसकी तनिक भी भनक सुरक्षा कर्मियों को नहीं लगने दी. शनिवार की सुबह सुरक्षा कर्मी जब बंदी वार्ड को खोले तो देख कर […]
अररिया : बिहार के अररिया में सदर अस्पताल में इलाजरत दो विचाराधीन बंदी शुक्रवार की रात बंदी वार्ड की खिड़की तोड़ कर पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया. भागते वक्त दोनों ने इसकी तनिक भी भनक सुरक्षा कर्मियों को नहीं लगने दी. शनिवार की सुबह सुरक्षा कर्मी जब बंदी वार्ड को खोले तो देख कर सन्न रह गये. दोनों बंदी फरार हो चुके थे.
जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल के बंदी वार्ड में दोनों बंदी भरती थे. सुरक्षा कर्मी शुक्रवार की रात बंदी को बंदी वार्ड में सुला कर वार्ड के बाहर से ताला लगा कर किसी दूसरे कमरे में सोने चले गये. इसी दौरान दोनों बंदी अस्पताल की खिड़की तोड़ कर चादर का रस्सी बना कर फरार हो गये. सूचना मिलने पर एसडीपीओ केडी सिंह सदर अस्पताल पहुंचे व सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की. इधर बंदी की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मी जगदेव मंडल व कमलेश भारती ने बताया कि शुक्रवार की रात दोनों बंदी को बंदी वार्ड में रखा गया था.
इस मामले की जानकारी एसडीपीओ सहित अन्य पदाधिकारी को दी गयी. डीएस डॉ जेएन माथुर के ने बताया कि बंदी सनोज कुमार मंडल पिता किशुन मंडल सकिन मटियारी वार्ड नंबर सात फरबिसगंज का निवासी है व नारायण ततमा पिता स्वं अनुपलाल ततमा सकिन लहसनगंज थाना सिमराहा का निवासी है. दोनों सदर अस्पताल में इलाजरत थे. सनोज कुमार मंडल 19 अप्रैल को मंडल कारा से खून की उल्टी होने की शिकायत पर सदर अस्पताल में भर्ती किया गया था. जिसे शुक्रवार को पीएमसीएच भी रेफर किया गया था. जबकि नारायण ततमा चार अप्रैल को कमर दर्द होने की शिकायत पर सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था. उसे शुक्रवार की शाम सदर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था. जेल अधीक्षक बृजेश सिंह बेहता ने बताया कि नारायण ततमा हत्या मामले में 07.09.2017 को मंडल कारा आया था. जबकि सनोज कुमार मंडल 10.10.2017 को चोरी के आरोप में मंडल कारा आया था.
कहते हैं जेल अधीक्षक
मामले में जेल अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता ने कहा कि नारायण ततमा व सनोज कुमार मंडल दोनों बंदी सदर अस्पताल में इलाजरत थे. अस्पताल से फरार हो गये है. उसे पुन: गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
कहते हैं एसडीपीओ
मामले में एसडीपीओ केडी सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है. बंदियों ने दुस्साहस दिखाया है. पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जायेगी. इसमें जो लोग भी दोषी पाये जायेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.