पटना: बिहार में जोकीहाट विधानसभा सीट पर अपनी पार्टी को मिली सफलता को ‘अवसरवाद’ पर ‘लालू वाद’ की जीत बताते हुए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि लगातार दो उपचुनाव हारने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. तेजस्वी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश ऐसे कप्तान बनकर रह जायेंगे जिसे प्लेइंग इलेवेन में भी जगह नहीं मिल पायी हो.
जोकीहाट विधानसभा सीट पर गत 28 मई को हुए मतदान की आज संपन्न मतगणना में राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम ने जदयू प्रत्याशी मुर्शीद आलम को करीब 41 हजार वोटों से पराजित कर दिया. तेजस्वी ने कहा कि लगातार दो उपचुनाव हारने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने नीतीश कुमार पर अवसरवादी राजनीति करने और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिले जनादेश के साथ ‘विश्वासघात’ कर भाजपा के साथ प्रदेश में नयी सरकार बना लेने का आरोप लगाया.
राजदकेयुवा नेता ने कहा कि जो लोग कहते थे कि वर्ष 2015 में जनादेश महागठबंधन को नहीं, बल्कि नीतीश के चेहरे पर मिला था, तो अब चाचा (नीतीश) के चेहरे का कमाल कहां गुम हो गया. उन्होंने भाजपा पर चोर दरवाजे से नीतीश के जरिये बिहार में सत्ता में आने का आरोप लगाते हुए कहा ‘हमने उस समय भी कहा था कि बहुमत विपक्षी दलों के पास है. कर्नाटक से इनकी हार की शुरुआत हो गयी है और देश के विभिन्न इलाकों में हुए उपचुनावों की आज संपन्न मतगणना में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है. यह केवल ट्रेलर है, पूरी पिक्चर अभी आनी बाकी है. 2019 में जनता मुंहतोड़ जवाब देगी’.
तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन बनाने की जो कवायद चल रही है वो बहुत जल्द पूरी होगी. ईवीएम के जरिये हुई वोटिंग के जरिये पिछले दो उपचुनावों में तीन सीटों पर विजय हासिल करने वाले राजद के नेता ने निर्वाचन आयोग से ईवीएम को लेकर देश में उठ रहे सवालों का जिक्र करते हुए अगला चुनाव मतपत्रों के जरिये कराये जाने की मांग की.