एनएसयूआइ ने कॉलेज में की तालाबंदी
फारबिसगंजः छात्र संगठन एनएसयूआइ ने गुरुवार को विभिन्न मांगों को लेकर फारबिसगंज कॉलेज में तालाबंदी कर पठन-पाठन बाधित किया. इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. एनएसयूआइ सदस्य स्नातक प्रथम खंड के प्रकाशित त्रुटिपूर्ण परीक्षा परिणाम की वापसी, उसमें सुधार व बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपी के फिर से विषयवार संबंधित विषय के […]
फारबिसगंजः छात्र संगठन एनएसयूआइ ने गुरुवार को विभिन्न मांगों को लेकर फारबिसगंज कॉलेज में तालाबंदी कर पठन-पाठन बाधित किया. इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. एनएसयूआइ सदस्य स्नातक प्रथम खंड के प्रकाशित
त्रुटिपूर्ण परीक्षा परिणाम की वापसी, उसमें सुधार व बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपी के फिर से विषयवार संबंधित विषय के विशेषज्ञ शिक्षक से जांच कर परिणाम प्रकाशित करने आदि की मांग कर रहे थे.
नहीं हुआ पोशाक राशि का वितरण : तालाबंदी को लेकर गुरुवार को कॉलेज में 11वीं व 12वीं के छात्रओं के बीच मुख्यमंत्री पोशाक राशि वितरण का कार्यक्रम भी प्रभावित हुआ. दूर-दराज से आयी छात्रएं बैरंग अपने घर लौट गयीं. कॉलेज प्रशासन की सूचना पर स्थानीय थाना के अनि हरेंद्र कुमार सिंह सदल बल कॉलेज पहुंचे और आक्रोशित छात्रों को समझाने का प्रयास किया. इस पर एनएसयूआइ के सदस्य और आक्रोशित हो गये. एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू ने बताया कि थाना से पहुंचे पुलिस अधिकारी ने अमर्यादित व अपशब्द का इस्तेमाल किया
इसलिए सदस्य आक्रोशित हैं. प्रदर्शन के दौरान ही जिलाध्यक्ष ने एसपी विजय कुमार वर्मा, एसडीओ सुभाष नारायण, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ शकील अहमद खान को दूरभाष पर घटना की जानकारी दी. कॉलेज में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन करने वालों में एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू, कफिल अंसारी, मुमताज शेख, बेलाल अलि, अमिरुल हसन गुड्डू, अमित सिंह, अनिल पांडिया, दीपक, प्रमोद, अभिषेक कुमार साह, अमरजीत कुमार, सोनू कुमार सहित अन्य शामिल थे.
प्राचार्य ने छात्रों से की बात
तालाबंदी की सूचना पर सीओ विष्णुदेव सिंह ने भी कॉलेज पहुंच कर जानकारी ली. एनएसयूआइ सदस्यों को आक्रोशित देख प्राचार्य डॉ सतींद्र कुमार ने स्वयं गेट पर आ कर छात्रों को समझाया. साथ ही विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक नवीन कुमार से वार्ता कर इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया. परीक्षा नियंत्रक द्वारा सकारात्मक आश्वासन देने के बाद छात्रों ने कॉलेज का मुख्य द्वारा खोला. कॉलेज प्रशासन ने पुलिस पदाधिकारी द्वारा अपनाये गये रवैये पर खेद प्रकट किया.