बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने वाले एक महिला समेत 5 अपराधी गिरफ्तार

अररिया : बिहारमें अररियाके फारबिसगंज में बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने पहुंचे अंतरजिला गिरोह के पांच अपराधी को एसपी द्वारा गठित डीएसपी फारबिसगंज के नेतृत्व में तीन थाना के पुलिस ने गुरुवार की देर रात नरपतगंज के रेवाही गांव से गिरफ्तार करने में कामयाबी हाशिल की है. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2018 6:37 PM

अररिया : बिहारमें अररियाके फारबिसगंज में बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने पहुंचे अंतरजिला गिरोह के पांच अपराधी को एसपी द्वारा गठित डीएसपी फारबिसगंज के नेतृत्व में तीन थाना के पुलिस ने गुरुवार की देर रात नरपतगंज के रेवाही गांव से गिरफ्तार करने में कामयाबी हाशिल की है. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने एक देशी माशकेट, आठ कारतूस, एक खुखरी, आठ मोबाइल, एक कटर मशीन, तार व तीन बाइक भी बरामद किया है. इन अपराधियों में चार पुरुष समेत एक महिला भी शामिल है.

गिरफ्तार अपराधियों के संबंध में खुलासा करते हुए एसपी धूरत सायली ने शनिवार को नगर थाना में पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में सहरसा निवासी राजू स्वर्णकार ने वर्ष 2016 में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पूर्व निजी सचिव रहे नितेश कुमार झा गंगजला सहरसा निवासी जो कि अभी वर्तमान में उत्तराखंड सरकार में स्वास्थ्य सचिव हैं के सहरसा आवास पर चोरी के मामले में शामिल था. इस मामले में राजू स्वर्णकारी की गिरफ्तरी भी हुई थी.

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी नरपतगंज के रेवाही निवासी मो राशिद उर्फ राजू के आवास पर पिछले दो दिनों से डेरा जमाये हुये था. यह सभी फारबिसगंज में बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की रणनीति तैयार कर रहा था. मो राशिद मधेपुरा, सुपौल जिले के विभिन्न थाना के कई मामलों में वांछित है. जबकि गिरफ्तार मो हजरत सुपौल जिला के पिपरा का रहने वाला है. एसपी ने बताया कि वह 11 बार जेल जा चुका है. रेवाही का मो शमशेर गिरोह का नया सदस्य बना है. इनके साथ गिरफ्तार महिला मंजू देवी पूर्णिया जिले के जानकीनगर की रहने वाली है. इसे खगड़िया रेल पुलिस ने बैट्री चोरी के मामले में जेल भेजा था. मंजू देवी व राजू स्वर्णकार के बीच गहरा संबंध होने की बात भी बतायी गयी है.

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के विरुद्ध और भी साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं. साथ ही इन अपराधियों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की कार्यवाही पूरी करने का निर्देश पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह आपराधी फारबिसगंज में किस बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले थे.

इस टीम में यह पदाधिकारी थे शामिल

डीएसपी फारबिसगंज मनोज कुमार, पुलिस निरीक्षक रानीगंज पीके प्रवीण, फारबिसगंज पुलिस निरीक्षक राजेश्वर प्रसाद, थानाध्यक्ष फारबिसगंज मुकेश कुमार साहा, नरपतगंज थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह शामिल थे.

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