अररिया (प्रतिनिधि) : गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए बिहारमें अररिया के सदर अस्पताल में सोमवार को एक और नये प्रसव वार्ड का उद्घाटन किया गया. इसका उद्घाटन डीएम ने किया. लेकिन, हैरत की बात यह है कि एक तरफ नये प्रसव वार्ड का उद्घाटन किया जाना था तो दूसरी तरफ एक गर्भवती महिला प्रसव वेदना में अस्पताल भवन के मुख्य द्वार पर तड़प रही थी. महिला प्रसव वेदना में तड़प रही थी तो अधिकारी अपने मुख्य अतिथि का इंतजार कर रहे थे.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल में मरीजों का खयाल किस कदर किया जाता है इसके लिए यह जीता जागता उदाहरण था. हालांकि मीडिया के लोगों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को कहे जाने के बाद उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी अनुसार कुर्साकांटा सिकटिया निवासी प्रमोद सिंह की पत्नी यशोदा देवी को प्रसव के लिए सोमवार को सदर अस्पताल लाया गया. उसे सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में ले जाया गया. पर उसके पास जांच रिपोर्ट नहीं होने के कारण उसे प्रसव वार्ड में भर्ती नहीं लिया गया. इस बीच महिला सदर अस्पताल के मुख्य गेट के समीप जमीन पर तड़पती रही. इसके बाद कुछ देर के बाद इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गयी.
इसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया. गर्भवती महिला के परिजन दुर्गा नंद सिंह, कौशल्या देवी, मंगनी देवी ने बताया कि यशोदा देवी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. कुर्साकांटा पीएचसी ने उसे रेफर कर दिया तो उसे सदर अस्पताल लाया गया. सदर अस्पताल आने के बाद स्वास्थ्य कर्मी ने जांच रिपोर्ट मांगा. जांच रिपोर्ट नहीं रहने के कारण उसे सदर अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. उसे वहां से निकाल कर बाहर कर दिया गया. उसकी पीड़ा लगातार बढ़ रही थी. बाद में मीडिया के हस्तक्षेप के बाद उसे भर्ती किया गया.
इस मामले में जहां लेबर रूम इंचार्ज नाजिया प्रवीण ने कहा कि उद्घाटन समारोह के कारण वे इधर व्यस्त थीं. इस कारण उन्हें जानकारी नहीं हो सकी. इधर मौके पर मौजूद डीपीएम रेहान अशरफ ने पूछे जाने पर मीडिया कर्मी को केवल इतना भर जवाब दिया कि केवल निगेटिव खबरें नजर आती हैं.