अररिया : फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर में ढाई वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म
अररिया : फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर में ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म किये जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि कचरा चुनकर जीवन यापन करनेवाली एक महिला ने फारबिसगंज जीआरपी को ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म किये जाने की बात कही है. राजकीय रेल थाना जोगबनी के थानाध्यक्ष दिनेश कुमार […]
अररिया : फारबिसगंज रेलवे स्टेशन परिसर में ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म किये जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि कचरा चुनकर जीवन यापन करनेवाली एक महिला ने फारबिसगंज जीआरपी को ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म किये जाने की बात कही है. राजकीय रेल थाना जोगबनी के थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि पीड़िता की मां ने लिखित शिकायत नहीं की है. बावजूद इसके फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी के पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, दो बच्चों के साथ भरण-पोषण कर करनेवाली महिला ने रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी के पुलिस अधिकारियों को गुरुवार की देर शाम घटी घटना की जानकारी दी. उसने बताया कि उसकी ढाई वर्षीय पुत्री रेलवे स्टेशन परिसर में ही खेल रही थी. इसी दौरान स्टेशन पर ही रहनेवाले एक व्यक्ति ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. घटना की जानकारी उसे तब मिली, जब उसकी बच्ची रोती हुई उसके पास पहुंची और उसके गुप्तांग के समीप से खून का रिसाव हो रहा था.
इधर, महिला की शिकायत सुनने और बच्ची की हालत को देखते ही जीआरपी द्वारा उसे इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शीला कुंवर ने बच्ची की चिकित्सीय जांच और उपचार की. इस संदर्भ में महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शीला कुंवर ने बताया कि जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म की बात कही जा रही है, उसके गुप्तांग से रक्तस्राव तो हो रहा है, लेकिन प्रथम दृष्टया उसके साथ दुष्कर्म किये जाने का कोई लक्षण सामने नहीं आया है.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
राजकीय रेल थाना जोगबनी के थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला प्रथम दृष्टया बना बनाया कहानी प्रतीत हो रहा है. चूंकि अभी तक पीड़िता की मां ने थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं की है. बावजूद इसके फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी के पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.