अस्पताल लाने के क्रम में प्रसूता की मौत, परिजनों के कहा- समय पर मिल जाता एंबुलेंस तो बच सकती थी जान
अररिया : भले ही स्वास्थ्य विभाग मरीजों को हर समय एंबुलेंस मुहैया कराने का दावा करता हो पर आज भी हर लोगों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पा रहा है. जिसका उदाहरण रविवार को दिखा. पलासी की एक प्रसूता को पलासी पीएचसी से रेफर किया गया. लेकिन, उसे वहां एंबुलेंस नहीं मिल पाया. नतीजतन […]
अररिया : भले ही स्वास्थ्य विभाग मरीजों को हर समय एंबुलेंस मुहैया कराने का दावा करता हो पर आज भी हर लोगों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पा रहा है. जिसका उदाहरण रविवार को दिखा. पलासी की एक प्रसूता को पलासी पीएचसी से रेफर किया गया. लेकिन, उसे वहां एंबुलेंस नहीं मिल पाया. नतीजतन उसके परिजन निजी वाहन से उसे सदर अस्पताल लेकर आ रहे थे. मगर रास्ते में उसकी मौत हो गयी. सदर अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कहा जा सकता है कि जिले के लोग आज भी एंबुलेंस की कमी का दंश झेल रहे हैं.
जानकारी के अनुसार सिकटी पररिया निवासी मो तालिम अपनी पत्नी को प्रसव के लिए रविवार को पलासी पीएचसी लाये. जहां महिला ने साधारण प्रसव के बाद मृतक नवजात को जन्म दिया. प्रसव के बाद महिला की स्थिति गंभीर हो गयी. जिसे चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया. पलासी अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण प्रसूता को निजी वाहन से सदर अस्पताल लाया गया. सदर अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
चिकित्सकों ने बताया कि उसकी मौत अररिया लाने के क्रम में हो गयी. सदर अस्पताल में मृतक के परिजन मो फिरदोष, मो इब्राहिम, बीवी गुलशन, बीवी नसीमा ने बताया कि पलासी अस्पताल में बीवी अफसाना का प्रसव होने के बाद चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. महिला को रेफर करने के बाद एंबुलेंस के लिए पलासी में दर-दर भटकते रहे. अंत में एंबुलेंस नहीं मिलने के बाद निजी वाहन से सदर अस्पताल में लाया. जहां चिकित्सकों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने कहा कि यदि समय पर एंबुलेंस मिल गया होता तो उसकी जान बच सकती थी.
कहते हैं डीपीएम
इस मामले में डीपीएम रेहान अशरफ ने बताया कि उनकी नजर में इस तरह का मामला सामने नहीं आया है. अगर पलासी पीएचसी से प्रसूता को एंबुलेंस नहीं मिला और उसे निजी वाहन से सदर अस्पताल में लाया और रास्ते में उसकी मौत हो गयी तो यह गंभीर मामला है. मामले की तहकीकात कर रहे हैं.