दहेज के लिए 24 वर्षीय विवाहिता की हत्या, छह साल पहले हुआ था प्रेम विवाद
अररिया : बिहार के अररिया में रानीगंज क्षेत्र के बौंसी थाना अंतर्गत फरकिया पंचायत के वार्ड संख्या आठ में शुक्रवार की रात्रि दहेज को लेकर एक विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी गयी. संबंधित घटना को लेकर मृतका के पिता ने बौंसी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है. वहीं थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सदल-बल […]
अररिया : बिहार के अररिया में रानीगंज क्षेत्र के बौंसी थाना अंतर्गत फरकिया पंचायत के वार्ड संख्या आठ में शुक्रवार की रात्रि दहेज को लेकर एक विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी गयी. संबंधित घटना को लेकर मृतका के पिता ने बौंसी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है. वहीं थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सदल-बल मौके पर पहुंच कर शव अपने कब्जे में ले लिया. मामले को लेकर मृतका के परिजन से पूछताछ के बाद थानाध्यक्ष ने शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेज दिया. इस मामले में थानाध्यक्ष ने परिजन के आरोप के आधार पर मृतका के ससुर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं घटना को अंजाम देने वाले अन्य आरोपी घर छोड़ कर भाग गये हैं.
मृतका के पिता स्थानीय निवासी मदन मोहन झा ने कहा कि शनिवार को सुबह में लगभग नौ बजे उनकी 24 वर्षीय पुत्री चांदनी देवी उर्फ मोनी की मौत होने की सूचना मिली. संबंधित सूचना पर अपने परिजनों के साथ वे घर से महज दो सौ गज की दूरी पर स्थित पुत्री के ससुराल पहुंचे तो सन्न रह गये. घर के बरामदे पर पुत्री मोनी का शव संदिग्ध हालत में पड़ा हुआ था. मृतका के गला पर गहरा निशान देख कर गला दबा कर हत्या किये जाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में चांदनी ने ग्रामीण रामेश्वर राम के सबसे बड़े पुत्र मुकेश राम से प्रेम विवाह की थी. इस बीच चांदनी को एक पांच साल की पुत्री व तीन साल का पुत्र है.
लगभग एक माह पूर्व चांदनी रोते हुए अपने मायके पहुंची. मृतका ने सास, ससुर, देवर व ननद द्वारा दहेज स्वरूप दो बीघा जमीन व रुपये की मांग किये जाने की बात अपने पिता से कही. मांग पूरा नहीं होने की स्थिति में प्रताड़ित किये जाने की जानकारी दी. पिता ने मनमर्जी से प्रेमविवाह किये जाने का हवाला देकर किसी भी प्रकार की मदद करने से साफ तौर पर इंकार कर गये. पिता से भी कोई मदद नहीं मिलने की स्थिति में मृतका बेबसी के बीच ससुराल वापस लौट आयी. मृतका के पिता ने दहेज के लिए गला दबा कर हत्या किये जाने का आरोप ससुर रामेश्वर राम, सास मंजू देवी, देवर गुलटेन राम, छोटा देवर सुलटेन राम व ननद सुलेखा देवी पर लगाया है.
मृतका के पति मुकेश मजदूरी को लेकर लगभग तीन माह से पंजाब में रहने की बात परिजन ने कही. बहरहाल इस घटना से परिजनों के बीच मातम का माहौल है. एक तरफ मृतका के ससुराल पक्ष के लोग डरे-सहमे थे. वहीं दूसरी तरफ मृतका के मायका पक्ष के लोग घटना से आक्रोशित नजर आये.
मां की हो गयी हत्या, अब कौन होगा रखवाला
विवाहिता की हत्या के बाद गांव में एक तरफ मातमी माहौल था. वहीं दूसरी तरफ दो मासूम मां की मौत से अंजान रोज की तरह शव से दुलार करने में मगन थे. कोई भूख लगने पर दूध पीने की जीद पर अड़ा था, तो कोई मृत मां के आंचल को झकझोर का खाना देने की मांग कर रहा था. मौके पर मौजूद परिजन व ग्रामीण दोनों बच्चों की मासूमियत देख उनकी बेबसी पर आंसू बहा रहे थे. मालूम हो कि फरकिया वार्ड संख्या आठ में शुक्रवार की रात्रि स्थानीय निवासी मुकेश राम की पत्नी चांदनी देवी की गला दबा कर हत्या कर दी गयी. हत्या का आरोप मृतका के पिता ने ससुराल पक्ष के ही पांच लोगों पर लगाया है. वहीं मृतका के पति पिछले तीन महीनों से पंजाब में मजदूरी कर रहा है.
चांदनी की हत्या के बाद उसकी पांच वर्षीय पुत्री पायल कुमारी व तीन वर्षीय पुत्र शिवम कुमार मां की ममता से दूर हो गया है. अब दोनों बच्चों के भविष्य को लेकर लोग चिंतित थे. घटना के बाद मृतका के ससुराल पक्ष के लोग छोड़ कर भाग गये हैं. वहीं प्रेम विवाह के कारण मृतका के मायके के लोगों द्वारा भी दोनों बच्चों को अपनाने की बात पर फिलहाल विराम लगा हुआ है. यहां तक कि मृतका के पिता भी पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से भी पुलिस के समक्ष इंकार कर गये हैं. प्राथमिकी दर्ज करवाने के बाद अपना कर्तव्य पूरा होने की बात उन्होंने कही. कहीं न कहीं जातीय विषमता के बीच प्रेमविवाह के जख्मों से आज भी संबंधित परिजन मायूस नजर आये. पंजाब से मुकेश के घर लौटने के बाद दोनों बच्चों को सहारा मिलने की उम्मीद की जा रही है. बहरहाल इस घटना में किसी ने अपनी लाडली बेटी को खो दिया, तो किसी के वर्षों के अरमान लूट गये. वहीं इन सब के बीच दो मासूमों की तो दुनिया ही उजड़ गयी.