अररिया : जच्चा-बच्चा की मौत पर अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़, आरोप, प्रसूता को धक्का देकर बेड से गिराया गया
आक्रोशितों को संभालने में पुलिस के छूटे पसीने चार घंटे तक अपातकालीन सेवा रही बाधित अररिया : रविवार को सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से प्रसूता व नवजात की मौत हो गयी. इससे दुखी परिजन प्रसूता व नवजात के शव को लेकर दहाड़ें मारकर रोने लगे. इसके बाद सदर अस्पताल का नाजारा अचानक […]
आक्रोशितों को संभालने में पुलिस के छूटे पसीने
चार घंटे तक अपातकालीन सेवा रही बाधित
अररिया : रविवार को सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से प्रसूता व नवजात की मौत हो गयी. इससे दुखी परिजन प्रसूता व नवजात के शव को लेकर दहाड़ें मारकर रोने लगे. इसके बाद सदर अस्पताल का नाजारा अचानक से बदलने लगा. परिजन व रिश्तेदार अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. प्रसव वार्ड समेत अन्य वार्डों में जो भी जहां मिला, उसे तहस-नहस कर दिया. कई महत्वपूर्ण सामान तोड़ दिये. हंगामा होता देखकर सदर अस्पताल के चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी मौके से फरार हो गये.
इसकी सूचना पाकर एसडीओ रोजी कुमारी, नगर थाना एसडीपीओ केडी सिंह सहित कई पदाधिकारी सदर अस्पताल में पहुंचे व आक्रोशित लोगों को काफी-समझाकर माहौल पर नियंत्रण पाया. हालांकि इस बीच लगभग चार घंटे से अधिक समय तक सदर अस्पताल की आपातकालीन सेवा बाधित रही.
रविवार सुबह प्रसव के लिए भर्ती हुई थी उजाला : बुआरीबाद निवासी मो जिसवान की 24 वर्षीया पत्नी बीवी उजाला परवीन सदर अस्पताल में रविवार की सुबह तीन बजे प्रसव के लिए भर्ती हुई थी. इस बीच महिला प्रसव के लिए कराह रही थी. इधर, सदर अस्पताल के कर्मियों की ओर से प्रसूता के परिजनों से प्रसव के कराने के नाम पर 05 हजार रुपये नजराना मांगे जाने की बात भी सामने आयी है.
हालांकि परिजनों ने रुपये देने का आश्वासन दिया. इसके बाद महिला का प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद महिला को एक बेड पर सुला दिया गया. वहीं प्रसव के बाद नवजात की स्थित बिगड़ गयी. उसके परिजन नवजात को आइसीयू में भरती कराने गये, लेकिन आइसीयू बंद मिली. फिर बच्चे को लेकर कई स्थानीय चिकित्सकों के पास गये. लेकिन बच्चे को भर्ती नहीं किया जा सका. जन्म के लगभग दो घंटे बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया.
आरोप, प्रसूता को धक्का देकर बेड से गिराया गया
इससे पूर्व महिला अचानक बेड से नीचे गिर गयी. महिला को गंभीर चोट आयी, जिससे उसकी मौत हो गयी. हालांकि प्रसूता के परिजनों की मानें तो उसे बेड से धक्का देकर गिराया गया था. हालांकि कुछ देर के बाद ही आइसीयू में भर्ती नवजात की भी मौत हो गयी. मौत के बाद मृतक के परिजनों ने सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामा के बाद करते हुए परिजनों ने सदर अस्पताल में तोड़फोड़ भी की.