एक रोगी व्यक्ति के कारण हर साल दर्जनों लोग होते हैं टीबी के शिकार

अररिया : विश्व यक्ष्मा दिवस के मौके पर रविवार को जिले भर में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. शहर के वार्ड संख्या 29 स्थित आदर्श मध्य विद्यालय ककुडवा में इसे लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मोइज ने स्कूली बच्चों को रोग के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए इसके उपचार के उपाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2019 7:18 AM

अररिया : विश्व यक्ष्मा दिवस के मौके पर रविवार को जिले भर में कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. शहर के वार्ड संख्या 29 स्थित आदर्श मध्य विद्यालय ककुडवा में इसे लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मोइज ने स्कूली बच्चों को रोग के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए इसके उपचार के उपाय बतायें.

उन्होंने कहा कि यह घातक संक्रामक रोग जीवाणुओं द्वारा फैलता है. रोगी के खांसने, छींकने से यह जीवाणु हवा के माध्यम स्वस्थ्य रोगियों तक पहुंच कर उन्हें भी रोग की चपेट में ले लेता है.
बलगम से खून आना, दो सप्ताह से लगातार खांसी आना, शाम के समय बुखार आना यह सब रोग के लक्षण हो सकते हैं. बलगम की जांच सभी पीएचसी में होती है.
रोग ग्रस्त व्यक्ति को पूरी तरह ठीक होने में छह से आठ माह का समय लग सकता है. सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों मुफ्त इलाज के इंतजाम की जानकारी उन्होंने दी. मौके पर डॉ एपी सिंह ने कहा कि रोगग्रस्त किसी एक व्यक्ति के कारण हर साल दर्जनों लोग रोग की चपेट में आ जाते हैं. उन्होंने इलाज के दौरान दवा का पूरा कोर्स पूरा करना अनिवार्य बताया.
ऐसा नहीं करने पर एमडीआर मरीज होने की बात उन्होंने कही. उन्होंने कहा कि देश को 2025 तक पूरी तरह यक्ष्मा से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है. कार्यक्रम का संचालन दामोदर शर्मा व चंदन कुमार ने किया.
मौके पर स्कूली बच्चों के बीच आयोजित क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले मो शाकिब, दूसरे व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले उम्मे हाजरा, जेवा प्रवीण को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व चिकित्सकों द्वारा सम्मानित किया गया. मौके पर विद्यालय के शिक्षक मसीह अहमद, मो रिजवान आलम, तलअत सुल्तान, नीलोफर नाज, रूबी नाज, पहमीदा रहमान, गजाला परवीन, नूराना परवीन सहित अन्य स्कूली बच्चे मौजूद थे.

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