बहुत पेचीदा है आरएस के भूमि विवाद का मामला
अररिया : अररिया आरएस के वार्ड संख्या तीन के एक भूखंड पर रविवार को शव दफनाने को लेकर उपजे विवाद के निदान के लिए सोमवार को डीएम बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में विभिन्न पक्षों से मिली जानकारी ने भूमि विवाद के इस मामले को पेचीदा बना दिया है. मिली जानकारी के […]
अररिया : अररिया आरएस के वार्ड संख्या तीन के एक भूखंड पर रविवार को शव दफनाने को लेकर उपजे विवाद के निदान के लिए सोमवार को डीएम बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में विभिन्न पक्षों से मिली जानकारी ने भूमि विवाद के इस मामले को पेचीदा बना दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार डीएम के कार्यालय कक्ष में हुई बैठक में अधिकारियों के अलावा भूमि विवाद से जुड़े दोनों समुदाय के लोग भी उपस्थित थे. प्रशासनिक सूत्रों में बैठक में मिली जानकारी के हवाले से बताया कि विवादित भूमि का रकबा तीन एकड़ आठ डिसमिल है. ये जमीन वर्ष 1988-89 में एक समुदाय के तीन अलग-अलग लोगों के नाम बंदोबस्त की गयी थी.
पर दी गयी जानकारी से पता चलता है कि फिलहाल जमीन अररिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या तीन में है. अगर पूर्व से ही जमीन शहरी क्षेत्र के अंतर्गत है, तो बंदोबस्ती पर ही सवाल पैदा हो जायेगा. क्योंकि शहरी क्षेत्र की जमीन की बंदोबस्ती का प्रावधान नहीं है. लिहाजा ये जांच का विषय है कि जमीन पूर्व से ही नगर परिषद क्षेत्र में है या बाद में वो क्षेत्र नगर परिषद के अधीन हुआ.