– हत्या की आशंका जताकर 15 दिन पहले एसपी से लगायी थी सुरक्षा की गुहार, नहीं चेता प्रशासन, 15 वर्ष पुरानी रंजिश में पीटकर पिता-पुत्र की हत्या
– हत्या की वारदात के बाद से ग्रामीणों में दहशत, घटनास्थल पर डीएसपी की मौजूदगी में कई थाने की पुलिस कर रही कैंप
– बसमतिया पुलिस के लेट से पहुंचने को लेकर ग्रामीण व परिजनों ने किया हंगामा
– साजिश के तहत हत्या कराने का मुखिया पर पीड़ित पक्ष के लोग लगा रहे आरोप
अररिया:बिहार केअररियामें नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा से सटे बसमतिया थाना स्थित बेला पंचायत के वार्ड तीन रिफ्यूजी टोले में 15 वर्ष पुरानी रंजिश में दर्जनों लोगों ने पिता-पुत्र को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. घटना बुधवार की है. दिनदहाड़े हुई इस घटना से ग्रामीण दहशत में हैं. मृतकों में रिफ्यूटी टोला के अघनचंद दास (60 वर्ष) पिता स्व सासनी दास व पवन कुमार दास (40 वर्ष) शामिल हैं. दोनों ने खुद की हत्या की आशंका जताते हुए 15 दिन पहले ही एसपी को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगायी थी. बावजूद इसके पुलिस प्रशासन ने इस मामले में उन्हें किसी भी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं करायी थी.
आखिरकार बुधवार को दोनों की हत्या कर दी गयी. इस बाबत ग्रामीण कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं. घटना के बाद से ही दोनों पक्षों के बीच तनाव है. इसको लेकर फारबिसगंज डीएसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में आधा दर्जन थाने के थानाध्यक्ष घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं.
छेड़खानी के मुकदमे में केस उठाने का दबाव बना रहे थे हत्यारे
जानकारी के अनुसार करीब 15 वर्ष पुराने एक छेड़खानी के मुकदमे को लेकर दूसरे पक्ष के लोग पीड़ित पक्ष पर केस उठाने का दबाव बना रहे थे. बुधवार को दोनों पिता-पुत्र मकई की फसल कटाई के बाबत मजदूरी करने को नेपाल गये थे. लौटने के समय भारत-नेपाल सीमा स्थित एक मक्के के खेत में रामचंद्र दास, मुकेश दास, योगेश दास सहित दर्जनों की संख्या में आये लोगों ने पिता-पुत्र को रोक लिया. दोनों की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी.
घटना में पिता अघनचंद दास की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि गंभीर हालत में घायल पवन कुमार दास को आनन-फानन में वीरपुल रेफरल अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक धुरत शायली सांवलाराम से इस मामले में जानकारी लेने की कोशिश की गयी, लेकिन वे कुछ भी बताने से बचती रहीं.
वारदात की सूचना देने के घंटों बाद नहीं पहुंची बसमतिया थाने की पुलिस, हंगामा
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में बसमतिया थानाध्यक्ष सदानंद साह, नरपतगंज थानाध्यक्ष सुनील कुमार, फुलकहा थानाध्यक्ष हरेश तिवारी, घूरना थानाध्यक्ष पवन कुमार पासवान, फारबिसगंज थानाध्यक्ष के अलावा कई थाना के पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मामले की जानकारी ली. जबकि परिजनों ने बसमतिया थाने की पुलिस पर सूचना के घंटों बाद भी नहीं पहुंचने आरोप लगाया.
आक्रोशित परिजनों के साथ ग्रामीण घंटों हंगामा करते रहे. इसके बाद डीएसपी मनोज कुमार ने मृतक के परिवार को समझा-बुझाकर शांत कराया. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ हरसंभव कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए पिता-पुत्र का शव कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा. घटना को लेकर पीड़ित पक्ष साजिश के तहत हत्या कराने का आरोप लगाते हुए मुखिया सफीकउल्लाह के नाम का भी जिक्र कर रहे हैं. समाचार लिखे जाने तक इस मामले में प्राथमिक दर्ज नहीं की गयी थी. जबकि 45 से अधिक नामों को चिह्नित किया गया था. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच-पड़ताल में जुट गयी थी.
सवालों से बचती दिखीं एसपी
पीड़ित की ओर से सुरक्षा की गुहार लगाये जाने के मामले में अररिया एसपी धुरत शायली सांवलाराम कुछ भी बोलने से परहेज करती नजर आयीं. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आठ आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली गयी है. वहीं पुराने मामले में भी एक आरोपित की गिरफ्तारी हुई है.