अवैध नर्सिंग होमों पर छापेमारी, एक हफ्ते में लें मेडिकल कचरे का लाइसेंस

अररिया : जिले में संचालित अवैध नर्सिंग होम पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर शिकंजा कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. इसके साथ ही जिले में संचालित नर्सिंग होम या सरकारी अस्पताल का बायोमेट्रिक कचरा निष्पादन के लिए नियम बनाये गये हैं. इसके तहत सरकारी अस्पताल हो या निजी अस्पताल सभी को कचरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2019 7:04 AM

अररिया : जिले में संचालित अवैध नर्सिंग होम पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर शिकंजा कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. इसके साथ ही जिले में संचालित नर्सिंग होम या सरकारी अस्पताल का बायोमेट्रिक कचरा निष्पादन के लिए नियम बनाये गये हैं.

इसके तहत सरकारी अस्पताल हो या निजी अस्पताल सभी को कचरे के निष्पादन के लिए अलग-अलग तीन डस्टबिन रखने होंगे. गुरुवार को डीएम के निर्देश पर धावा दल ने सदर अस्पताल के आसपास संचालित जनता नर्सिंग होम मेटरनिटी सेंटर, आशा नर्सिंग होम व वहीं स्थित एमडी जावेद अनवर के नर्सिंग होम में छापेमारी की.
इनमें सरकारी नियमों के हो रहे अनुपालन की भी जानकारी ली गयी. धावा दल में शामिल सीएमओ डॉ महेश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि ऐसा देखने में आता है कि अस्पताल, नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेंटर से बायोमेडिकल वेस्ट ज्यादा निकलते हैं, लेकिन यहां का स्टाफ इसे लेकर गंभीर नहीं होते हैं.
कई बार ये भी देखने में आया है कि इन स्टाफ को इस तरह का वेस्ट रखने के बारे में ठीक तरह से जानकारी भी नहीं होती है. इस वजह से वह उसे प्रॉपर जगह पर नहीं रखते हैं. हॉस्पिटल वेस्ट अस्पताल से निकलने वाले अपशिष्ट (बेकार पदार्थ) का सही प्रकार से निवारण करना आवश्यक होता है. नहीं तो यह कई प्रकार के संक्रामक और असंक्रामक रोग फैला सकते हैं.
इसलिए सभी सरकारी अस्पताल नर्सिंग होम में क्लर्क कोडेड वर्क में मेडिकल कचरा रखना है. इस डस्टबिन में मेडिकल कचरा रहने से अपने से संक्रमण का खतरा नहीं रहता है. वहीं डीपीएम रेहान अशरफ ने बताया कि अवैध नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड पर कार्रवाई करने का निर्देश मिला है.
सभी को एक सप्ताह की मोहलत दी गयी है. इस निर्देश का अनुपालन नहीं करने वालों पर सीधी कार्रवाई की जायेगी. हालांकि इसके लिए जिले में संचालित सभी सरकारी अस्पताल मेडिकल कचरे के निष्पादन के लिए लाइसेंस ले लिया है. इस मौके पर डॉ डीएनपी साह, स्टेनो नवकांत यादव सहित कई स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे.

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