सदाचरण का अनुसरण कर ही परमात्मा की हो सकती है प्राप्ति : अबधूत

सिकटी : आंनद मार्ग के बाबा नाम केवलम के तहत दो दिवसीय प्रवचन व पंचयाम संकीर्तन का आयोजन रविवार को फुलबाड़ी गांव निवासी दिनेश प्रसाद के आवास पर ग्रामीणों के सहयोग किया गया. इस अवसर पर मुख्य अथिति व वक्ता आचार्य विवेक रज्जनानंद अबधूत, वरिष्ठ आचार्य विशेश्वर अबधूत, जबकि विशिष्ट अतिथि आचार्य कृष्ण कुमार, ब्रह्मचारिणी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2019 7:46 AM

सिकटी : आंनद मार्ग के बाबा नाम केवलम के तहत दो दिवसीय प्रवचन व पंचयाम संकीर्तन का आयोजन रविवार को फुलबाड़ी गांव निवासी दिनेश प्रसाद के आवास पर ग्रामीणों के सहयोग किया गया. इस अवसर पर मुख्य अथिति व वक्ता आचार्य विवेक रज्जनानंद अबधूत, वरिष्ठ आचार्य विशेश्वर अबधूत, जबकि विशिष्ट अतिथि आचार्य कृष्ण कुमार, ब्रह्मचारिणी उन्मेषा आचार्या, कृत्यानंद नायक, महेंद्र प्रसाद व पवांलाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये.

प्रवचन के दौरान आचार्य विशेश्वर ने कहा कि साधना, सेवा व त्याग मोक्ष प्राप्ति के साधन हैं. जबकि साधना से मन को शांति, सेवा से आत्मतृप्ति व त्याग से सदाचरण का बल मिलता है. इस गुण सूत्रों को अपनाकर हम मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं. आचार्य विवेक ने कहा कि ब्रह्म ही मानव जीवन का प्राणधर्म है. धर्माचरण के लिए ब्रह्म सास्वत और जगत मिथ्या है.
परमात्मा की प्राप्ति के लिए सदाचरण ही एक मार्ग है, जिसका अनुसरण कर हम ब्रह्मलीन हो सकते हैं. इस अवसर पर प्रवचन के बाद नामकरण संस्कार के तहत दिनेश प्रसाद व अनिता देवी के नवजात का नामकरण किया गया. मौके पर कार्यक्रम के संयोजक मोहन लाल, सत्यकाम, पार्थ, अशोक कुमार, गणेश प्रसाद व कृपानंद, दीपक राज व चिदानंद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version