मांस फैक्ट्री के विरोध में प्रस्तावित धरना रद्द किये जाने के बावजूद आयोजकों पर 107 के तहत हुई कार्रवाई की निंदा

अररिया : फारबिसगंज प्रखंड के सिमराहा स्थित मांस फैक्ट्री के विरोध में जन क्रांति मोर्चा द्वारा दो जुलाई को प्रस्तावित धरना के रद्द किये जाने के बावजूद अनुमंडल प्रशासन के रवैया को लेकर मोर्चा के सदस्यों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है. मालूम हो कि मांस फैक्ट्री के विरोध में जन क्रांति मोर्चा ने दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2019 6:53 AM

अररिया : फारबिसगंज प्रखंड के सिमराहा स्थित मांस फैक्ट्री के विरोध में जन क्रांति मोर्चा द्वारा दो जुलाई को प्रस्तावित धरना के रद्द किये जाने के बावजूद अनुमंडल प्रशासन के रवैया को लेकर मोर्चा के सदस्यों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है. मालूम हो कि मांस फैक्ट्री के विरोध में जन क्रांति मोर्चा ने दो जुलाई को एक दिवसीय धरना के आयोजन की घोषणा की थी.

लेकिन फारबिसगंज अनुमंडल प्रशासन द्वारा मोर्चा को धरना के आयोजन की अनुमति नहीं दी गयी. प्रशासनिक अनुमति प्राप्त नहीं होने की स्थिति में मोर्चा द्वारा धरना रद्द कर दिया गया. मोर्चा के सदस्यों के मुताबिक धरना रद्द किये जाने के बावजूद अनुमंडल प्रशासन ने मोर्चा के सदस्यों के खिलाफ 107 के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें नोटिस भेज दिया.
मोर्चा के सह संयोजक मयानंद ऋषिदेव के मुताबिक मामले को लेकर बरदाहा पहुंचे. सह संयोजक ने एसडीओ फारबिसगंज पर मोर्चा के लोगों को कानून का हवाला देते हुए धमकाने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही कहा है कि इस क्रम में मोर्चा के सदस्यों के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें अपमानित करने का प्रयास किया. इससे मोर्चा के लोग खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं.
मोर्चा के सदस्य रंजीत विश्वास, भदई ऋषिदेव, मांगन मंडल, मयानंद ऋषिदेव, राजेंद्र ऋषिदेव, मुरारी ऋषिदेव सहित अन्य ने उक्त प्रशासनिक रवैये पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र में अपनी वाजिब मांग को लेकर सबों को आवाज बुलंद करने का अधिकार है. प्रशासन का उक्त रवैया लोगों को इस लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित करने का प्रयास है.

Next Article

Exit mobile version