पंकज झा, अररिया : निर्धन व गरीब तबका के लोगों को स्वस्थ व सेहतमंद जिंदगी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में शुरू की गयी केंद्र प्रायोजित महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जिले में अब तक दम तोड़ता नजर आ रहा है. क्रियान्वयन की सुस्त रफ्तार के कारण वांक्षित लोगों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच सका है. योजना के तहत गरीब परिवारों को पांच लाख तक का मेडिकल बीमा कवर उपलब्ध कराया जाना है. एक बार योजना से जुड़ जाने के बाद लाभुक देश में कहीं भी योजना का लाभ उठा सकेंगे.
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जिले में गोल्डन कार्ड का लक्ष्य है 10 लाख, बने हैं मात्र 50 हजार
पंकज झा, अररिया : निर्धन व गरीब तबका के लोगों को स्वस्थ व सेहतमंद जिंदगी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में शुरू की गयी केंद्र प्रायोजित महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जिले में अब तक दम तोड़ता नजर आ रहा है. क्रियान्वयन की सुस्त रफ्तार के कारण वांक्षित लोगों […]
योजना के तहत कवर लाभार्थी आयुष्मान भारत के पैनल में शामिल किसी भी सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल में इलाज की कैशलैश सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. जिले के लगभग दस लाख परिवारों को योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाना है. योजना शुरू होने के एक साल बाद जिले में इसकी प्रगति महज पांच प्रतिशत है. जो जिले के गरीब व निर्धन तबके के लोगों के हितों के प्रति उदासीन प्रशासनिक रवैया को बखूबी दर्शाता है.
एसइसीसी सूची पात्र परिवारों के चयन का आधार : आयुष्मान भारत योजना का लाभ 16 से 59 वर्ष आयु वर्ग के सभी व्यक्ति को मिलेगा. पात्र परिवारों के चयन के लिये एसईसीसी सूची को आधार माना गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न श्रेणियों में ऐसे परिवार सूची में शामिल हैं. जिसके पास एकल घर, कच्चा मकान, ऐसे परिवार जिसकी मुखिया महिला हैं.
वैसे परिवार जिसमें 16 से 59 वर्ष आयु वर्ग का कोई व्यस्क सदस्य नहीं हैं, शारीरिक रूप से असक्षम व्यक्ति वाला परिवार निराश्रित, खैरात पर जीवन यापन करने वाले, मैला ढ़ोने वाले परिवार, बीपीएल कार्डधारी सहित अन्य को एसईसीसी सूची के अलग-अलग श्रेणियों में शामिल हैं. आयुष्मान भारत योजना का लाभ उपलब्ध कराने के लिये इस सूची को आधार माना गया है.
पात्र परिवारों को उपलब्ध कराया जाना है गोल्डन कार्ड : आयुष्मान भारत के तहत चयनित परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जाना है. इसके लिये पूर्व में चयनित परिवारों को क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से आयुष्मान पत्र उपलब्ध कराया जाना था. इस पत्र को लेकर चयनित परिवार के सदस्य किसी भी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पहुंच कर महज तीस रुपये का शुल्क अदा कर गोल्डन कार्ड प्राप्त कर सकते थे. लेकिन यह योजना जिले में नाकामयाब रहा.
आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने में आशा कार्यकर्ताओं ने विशेष रूचि नहीं लेने के कारण योजना खटाई में पड़ गयी. इस कारण एक साल बाद महज पांच प्रतिशत लोगों को ही गोल्डन कार्ड उपलब्ध हो सका. जानकारी अनुसार अब तक दस लाख परिवारों से जिले के महज 50 हजार लोगों को ही कार्ड उपलब्ध कराया जा सका है. इस तरह अब तक जिले में योजना की प्रगति महज पांच प्रतिशत रही है.
सीएससी के पास उपलब्ध है पात्र परिवारों की सूची : योजना के क्रियान्वयन की सुस्त रफ्तार को देखते हुए अब इसके लिये नयी व्यवस्था पर अमल की योजना है. इसके तहत जिले के सभी कॉमन सर्विस सेंटर पर पात्र परिवारों की सूची उपलब्ध करा दी गयी है. आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की जिम्मेदारी सीएससी सेंटर को सौंप दी गयी है. कोई भी व्यक्ति अपना राशन कार्ड या बीपीएल कार्ड के साथ कॉमन सर्विस सेंटर पहुंच कर सूची में अपना नाम दर्ज होने या नहीं होने की सूचना प्राप्त कर सकते हैं.
सूची में नाम दर्ज होने पर तत्काल उसी सीएससी पर वह गोल्डन कार्ड बना सकेंगे. गोल्डन कार्ड के वैद्यता के लिये कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है. लिहाजा एक बार कार्ड बना लेने के बाद लाभुक व्यक्ति आजीवन कार्ड का लाभ प्राप्त कर सकेंगे. आयुष्मान भारत के कॉल सेंटर से संपर्क कर पात्र व्यक्ति संबंधित अस्पताल से संबंधित विस्तृत जानकारी कहीं भी और कभी भी प्राप्त कर सकते हैं.
जिले में इन जगहों पर है कार्ड के माध्यम से इलाज की सुविधा : सदर अस्पताल, अररिया सहित रेफरल अस्पताल जोकीहाट, रेफरल अस्पताल, रानीगंज रेफरल अस्पताल के अलावा सभी पीएचसी में आयुष्मान भारत योजना के तहत जारी गोल्डन कार्ड की मदद से इलाज की सुविधा उपलब्ध है.
इसके अलावा जिले के तीन गैर सरकारी चिकित्सकीय संस्थान भी आयुष्मान भारत योजना से संबंद्ध हैं. इसमें लायंस नेत्रालय, फारबिसगंज, योगमाया अस्पताल, अररिया व मोहनी देवी मेमोरियल अस्पताल अररिया आरएस पर कार्ड के माध्यम से इलाज की सुविधा उपलब्ध है.
योजना से संबंधित मुख्य बातें
पात्र परिवारों को हर साल पांच लाख तक का बीमा कवर
देश के सभी सरकारी व चिह्नित गैर सरकारी अस्पताल में इलाज की सुविधा
गोल्डन कार्ड की वैधता के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं
जिले के सभी सरकारी व तीन गैर सरकारी चिकित्सालय में कार्ड के माध्यम से इलाज संभव
क्रियान्वयन को तेज करने के लिये 24 व 25 अक्तूबर को पंचायतवार लगेंगे शिविर
पात्र परिवार की सूची सभी सीएससी के पास उपलब्ध
राशन कार्ड व बीपीएल कार्ड के माध्यम से पात्रता का पता लगाना आसान
जिले के दस लाख परिवारों को उपलब्ध कराया जाना है योजना का लाभ
जिले में अब तक जारी किये गये महज पचास हजार गोल्डन कार्ड
जिले में आयुष्मान भारत की प्रगति महज पांच प्रतिशत
जिले के सभी कॉमन सर्विस सेंटर पर पात्र परिवारों की सूची उपलब्ध है. गोल्डन कार्ड बनाने के लिये 24-25 अक्तूबर को जिले के सभी पंचायतों में विशेष शिविर आयोजित किये जा रहे हैं. शिविर में सीएससी संचालकों को भाग लेकर पात्र परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराना है. अधिक से अधिक संख्या में लोग इन शिविरों में भाग लेकर केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना से जुड़ सकते हैं.
जितेंद्र कुमार, कॉमन सर्विस सेंटर के जिला समन्वयक
योजना के क्रियान्वयन को ले 24-25 को पंचातवार लगेंगे शिविर
योजना के क्रियान्वयन को तेज करने व पात्र परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से आगामी 24-25 अक्तूबर को जिले के सभी पंचायतों में इसे लेकर विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है. शिविर के आयोजन संबंधी सूचना सभी पंचायत के मुखिया को उपलब्ध करा दिया गया है.
शिविर के संचालन, इसकी सफलता के व्यापक इंतजाम, शिविर में भाग ले रहे लोगों के लिये स्वच्छ पेयजल, टेंट, जैनरेटर सहित अन्य इंतजाम सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी पंचायत के मुखिया को सौंपी गयी है. शिविर में कोई भी व्यक्ति अपना बीपीएल कार्ड, राशन कार्ड के आधार पर सूची में अपना नाम शामिल होने से संबंधित जानकारी प्राप्त कर गोल्डन कार्ड प्राप्त कर सकेंगे.
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