रैंकिंग में 16 पायदान लुढ़ककर अररिया सूबे में 28वें स्थान पर
हेमंत कुमार हीरा, अररिया : स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न जिलों के अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाअ व संरचना सहित अन्य पैमाने पर सभी जिलों की रैंकिंग जारी की है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़े इकट्ठे कर किये हैं. इस रैंकिंग में अररिया जिला 16 पायदान लुढ़ककर अब 28वें स्थान पर पहुंच गया है. पहले जिले […]
हेमंत कुमार हीरा, अररिया : स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न जिलों के अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाअ व संरचना सहित अन्य पैमाने पर सभी जिलों की रैंकिंग जारी की है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़े इकट्ठे कर किये हैं. इस रैंकिंग में अररिया जिला 16 पायदान लुढ़ककर अब 28वें स्थान पर पहुंच गया है. पहले जिले की रैंकिंग 12 थी.
नवंबर में हुई इस रैंकिंग में कुल 38 जिलों में अररिया को 28वां स्थान मिला है. रैंकिंग में बिहार में पहला स्थान कैमूर का है तो सबसे पिछड़ी हालत शिवहर की है. वहीं बिहार की राजधानी पटना की स्थिति भी अच्छी नहीं है. राजधानी पटना को सूबे में 23वां स्थान मिला है. अन्य बड़े जिलों की हालत भी खराब है. ऐसे में अररिया जिला रैंकिंग के मामले में काफी नीचे है.
ऐसे निकाली जाती है रैंकिंग : बताया जाता है कि दरअसल राज्य स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न के आधार पर सरकारी अस्पतालों की ऑनलाइन ट्रैकिंग संबंधी एक गाइडलाइन बनायी है. इसमें मुख्यत: प्राइमरी (पीएचसी व सीएचसी) व सेकेंडरी (जिला अस्पतालों) अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाएं, आधारभूत संरचना, मैनपावर, उपकरण, जिला अस्पतालों में लैब, बेड की सुविधा व उपलब्धता, ऑपरेशन थियेटर, दवाओं की सूची व उपलब्धता, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, मरीजों की देखभाल, संक्रमण नियंत्रण व साफ-साफाई, ओपीडी प्रति डॉक्टर, ब्लड बैंक रिप्लेसमेंट रेट तथा रोगी कल्याण समिति व हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी जैसे पैमानों के अलावा हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम का सहारा लेकर जिलों की रैंकिंग की जाती है. इसी आधार पर विभाग ने यह रैंकिंग करायी जाती है. आमतौर पर राजधानी को स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में अन्य जिलों से बेहतर माना जाता रहा है, पर इस रैंकिंग ने राजधानी की पोल भी खोल दी है. बिहार में उसे 28वां स्थान मिला है.
राज्य के किस जिले की क्या है रैंकिंग
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बिहार राज्य में पहला स्थान कैमूर का है. जबकि दूसरे स्थान पर वैशाली है. तीसरे स्थान पर औरंगाबाद है.
जबकि अन्य जिलों की रैंकिंग क्रमश: इस प्रकार है. चौथे स्थान पर शेखपुरा, पांचवें पर जहानाबाद, छठे पर मुंगेर, सातवें पर अरवल, आठवें पर भोजपुर, नौवें पर नालंदा, दसवें पर रोहतास, ग्यारहवें पर दरभंगा, बारहवें पर मधेपुरा, तेरहवें पर बक्सर, चौदहवें पर पूर्णिया, पंद्रहवें पर बेगूसराय, सोलहवें पर खगड़िया, सतरहवें पर कटिहार, अठारहवें पर सारण, उन्नीसवें पर सिवान, बीसवें पर समस्तीपुर, इक्कीसवें पर बक्सर, बाइसवें पर गोपालगंज, तेईसवें पर पटना, चौबीसवें पर भागलपुर, पचीसवें पर सुपौल, छब्बीसवें पर गया, सत्ताईसवें पर लखीसराय, अट्ठाइसवें पर अररिया, उनतीसवें पर जमुई, तीसवें पर सहरसा, इकत्तीसवें पर मुजफ्फरपुर, बत्तीसवें पर मधुबनी, तेंतीसवें पर किशनगंज, चौंतीसवें पर नवादा, पैंतीसवें पर ईस्ट चंपारण, छत्तीसवें पर वेस्ट चंपारण सैंतीसवें पर सीतामढ़ी व अड़तीसवें पर शिवहर.
डाटा भेजने में हुई देरी, इसलिए रैंकिंग में पिछड़ा जिला
महीने की प्रत्येक 10 तारीख के अंदर जिला का डाटा राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजना पड़ता है. इस माह डाटा भेजने में विलंब हो गया था. इस कारण अररिया जिले की रैंकिंग में काफी गिरावट आयी है. जबकि डीपीएम रेहान अशरफ के अनुसार पिछले माह की रैंकिंग में अररिया 12 वें स्थान पर था. अररिया की स्थिति अच्छी थी. यह रैंकिंग जिला की सभी प्रकार की जांच व टाटा के अनुसार निकाला जाता है.
डीपीएम,रेहान अशरफ