जेल में बंद दो पंचायत सचिव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
सरकारी राशि का गबन करने के मामले में जिला पदाधिकारी सख्त हैं. ऐसे मामलों में ही मंडल कारा अररिया में बंद दो पंचायत सचिव के विरुद्ध गुरुवार को दूसरी प्राथमिकी दर्ज की गयी. जिला पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया मोनालिशा प्रियदर्शिनी के आवेदन के आलोक में पंचायत सचिव इंद्र कांत मिश्र व […]
सरकारी राशि का गबन करने के मामले में जिला पदाधिकारी सख्त हैं. ऐसे मामलों में ही मंडल कारा अररिया में बंद दो पंचायत सचिव के विरुद्ध गुरुवार को दूसरी प्राथमिकी दर्ज की गयी. जिला पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया मोनालिशा प्रियदर्शिनी के आवेदन के आलोक में पंचायत सचिव इंद्र कांत मिश्र व बिजेंद्र झा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है
. दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, छात्रवृत्ति योजना, डीजल अनुदान की राशि दोनों पंचायत सचिवों को बतौर अग्रिम दी गयी थी. इस मद में इंद्रकांत मिश्र को 39 लाख 12 हजार 875 रुपये अग्रिम दिया गया था, पर 17 लाख से अधिक राशि का समायोजन हुआ. शेष राशि इंद्रकांत मिश्र के पास ही रह गयी. राशि समायोजन को ले कई बार मौखिक व लिखित निर्देश दिया गया, लेकिन समायोजन नहीं किया. शेष बची 21 लाख से अधिक राशि सरकारी खजाने में जमा नहीं की गयी. इसी तरह पंचायत सचिव विजेंद्र झा के पास भी 10 लाख से अधिक राशि रह गयी, जो जमा नहीं की गयी. जिलाधिकारी ने पत्रंक 2045 सी दिनांक 13 सितंबर 2014 को बीडीओ को निर्देश दिया था कि 20 सितंबर तक लंबित अग्रिम राशि का समायोजन नहीं होने पर प्राथमिकी दर्ज करें. इसी निर्देश के आलोक में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बहरहाल प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही सरकारी कर्मियों में खलबली मच गयी है.