मत्सय पालन का मिला प्रशिक्षण
फोटो:10-प्रमाण पत्र वितरित करते कृषि विशेषज्ञ प्रतिनिधि, अररियाकृषि विज्ञान केंद्र अररिया में आयोजित चार दिवसीय मत्स्य पालन प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हो गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में 31 नवयुवकों ने भाग लिया. मौके पर कार्यक्रम समन्वयक डॉ कुमारी शारदा ने कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रमों व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि […]
फोटो:10-प्रमाण पत्र वितरित करते कृषि विशेषज्ञ प्रतिनिधि, अररियाकृषि विज्ञान केंद्र अररिया में आयोजित चार दिवसीय मत्स्य पालन प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हो गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में 31 नवयुवकों ने भाग लिया. मौके पर कार्यक्रम समन्वयक डॉ कुमारी शारदा ने कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रमों व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला मत्स्य पदाधिकारी एलबी साफी ने कहा कि जिले के 30 सीमावर्ती मत्स्य कृषकों को काबीनाडा आंध्र प्रदेश भेजा जायेगा. बिहार सरकार मत्स्य जीर्णोद्धार के लिए 75 हजार रुपये व मत्स्य तालाब निर्माण के लिए 60 प्रतिशत अनुदान मुहैया कराती है. हैचरी निर्माण पर राज्य सरकार 15 प्रतिशत तथा मछली भोजन निर्माण केंद्र पर 50 प्रतिशत का अनुदान प्रदान करती है. आइडीबीआइ बैंक अररिया के प्रतिनिधि केके झा ने कहा कि राज्य सरकार की सभी योजनाओं में ऋण व अनुदान आइडीबीआइ बैंक ही प्रदान करती है. सभी पात्र मत्स्य कृषकों को बैंक लाभ देने के लिए तत्पर है. मौके पर मत्स्य वैज्ञानिक व प्रशिक्षक आरके जलज ने बताया कि अररिया जिले में मत्स्य पालन की अपार संभावना है. यहां की मिट्टी व पानी इसके लिए उपयुक्त है. जिले में वर्तमान में लगभग दो हजार हेक्टेयर जल क्षेत्र में मछली पालन हो रहा है. कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार, डॉ जावेद इदरीश, डॉ अनिल कुमार, डॉ विभा रानी, आफताब आलम, अमित आनंद आदि उपस्थित थे. फारबिसगंज के शिशिर मिश्रा, रामाकांत झा, उद्यानंद बहरदार, आनंद बहरदार, पलासी के अनवर आलम, अररिया के इमरान आलम, कलानंद पासवान सहित 31 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया.