एएनएम के भरोसे चल रहा है बसमतिया उप स्वास्थ्य केंद्र

नहीं होता है मरीजों का इलाजफोटो:1- बसमतिया का उप स्वास्थ्य केंद्र प्रतिनिधि, नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र का बसमतिया उप स्वास्थ्य केंद्र वर्षों से एएनएम के भरोसे चल रहा है. कई वर्ष पूर्व बने उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन तो है पर डॉक्टर नहीं हैं. दो एएनएम के भरोसे ही यह खुलता है. इस कारण प्रतिमाह 50-60 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2014 7:02 PM

नहीं होता है मरीजों का इलाजफोटो:1- बसमतिया का उप स्वास्थ्य केंद्र प्रतिनिधि, नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र का बसमतिया उप स्वास्थ्य केंद्र वर्षों से एएनएम के भरोसे चल रहा है. कई वर्ष पूर्व बने उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन तो है पर डॉक्टर नहीं हैं. दो एएनएम के भरोसे ही यह खुलता है. इस कारण प्रतिमाह 50-60 मरीज ही उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचते हैं. डॉक्टर नहीं रहने के कारण मरीज प्राइवेट क्लिनिक में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं. एएनएम द्वारा कुछ मरीजों को सर्दी-खांसी, बुखार की दवा दी जाती है. मालूम हो कि बेला, बसमतिया, बबुआन के लगभग 25 हजार लोगों के लिए यही एक उपस्वास्थ्य केंद्र है. यहां व्यवस्था सही नहीं रहने से मरीजों को बसमतिया से लगभग 40 किलोमीटर दूर फारबिसगंज ले जाना पड़ता है. इससे गंभीर रूप से बीमार अधिकांश मरीजों की मौत इलाज के अभाव में रास्ते में ही हो जाती है. ड्यूटी पर तैनात एएनएम वीणा कुमारी व माइकल हांसदा ने बताया कि वर्षों से चिकित्सक नहीं रहने से मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पाता है. दोनों ने बताया कि हमें आंगनबाड़ी केंद्र पर टीकाकरण का काम भी करना पड़ता है. इससे कभी-कभी उपस्वास्थ्य केंद्र में ताला लगाना पड़ता है. पीएचसी से भी पर्याप्त दवा नहीं मिलती है. इस संदर्भ में स्वास्थ्य प्रबंधक सइउद ज्जमा ने बताया कि डॉक्टर नहीं रहने की जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति को दी जा चुकी है.

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