धान क्रय केंद्र खोलने की मांग

किसान बिचौलियों के हाथ धान बचने को विवशप्रतिनिधि, कुर्साकांटा धान का फसल तैयार होने के एक माह बाद भी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण किसान औने-पौने दाम पर व्यवसायियों के हाथ धान बेचने को विवश हैं. इधर कई पैक्स अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि धान खरीद व उस पर बोनस के मद में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2014 7:01 PM

किसान बिचौलियों के हाथ धान बचने को विवशप्रतिनिधि, कुर्साकांटा धान का फसल तैयार होने के एक माह बाद भी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने के कारण किसान औने-पौने दाम पर व्यवसायियों के हाथ धान बेचने को विवश हैं. इधर कई पैक्स अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि धान खरीद व उस पर बोनस के मद में राज्य खाद्य निगम व पैक्सों को अब तक पैसा उपलब्ध नहीं कराया गया है, जबकि प्रतिवर्ष 15 नवंबर से होने वाला धान का खरीद इस साल 10 दिन देर से 25 नवंबर से शुरू होने की घोषणा हुई. फिर मुख्यमंत्री द्वारा इस तिथि को बढ़ा कर पांच दिसंबर कर दिया गया. अब दिसंबर का आधा महीना भी बीतने को है, पर एक भी धान क्रय केंद्र नहीं खुला. नतीजा अब यह है कि किसान धान को बिचौलियों के हाथ औने-पौने भाव में बेचने को विवश है. क्षेत्र के लघु खेतिहर किसान जिनकी आगे की खेती व रोज मर्रा की जरूरतें खेती पर ही निर्भर है. वे गेहूं की खेती करने के लिए धान बेचने के लिए विवश हैं. वैसे किसानों को भी धान क्रय केंद्र विलंब से खुलने पर कोई फायदा तो नहीं मिलेगा, लेकिन किसानों की हालत दिन ब दिन कर्ज व बुनियादी सुविधाओं को पूरी करने के लिए बिगड़ती अवश्य ही चली जायेगी. प्रमुख धनजीत सिंह, पूर्व प्रमुख सुशील सिंह, उप प्रमुख अख्तरी बेगम, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष मो शमशेर रजा, पूर्व मुखिया मुश्ताक अलि, पंसस श्याम मंडल, प्रमोद मंडल, मुखिया तेतरी देवी, मुखिया प्रतिनिधि मो हातिम, पंसस बीबी गुफराना, पूर्व मुखिया मजहर इमाम आदि ने धान क्रय केंद्र अविलंब खोलने की मांग डीएम से की है.

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