ऑपरेशन भूमि दखल देहानी ने पकड़ी रफ्तार

अररिया : जिले में ऑपरेशन भूमि दखल देहानी के तहत चल रहे रैयतों के सर्वे का काम अंतिम चरण में है़ जिले के नौ अंचलों में 751 मौजा है़ वहीं जिले में वैसे रैयतों की संख्या 53 हजार 900 है, जिन्हें परचा या लाल कार्ड मिला हुआ है़ या फिर बंदोबस्ती दी गयी है़ यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 9:45 AM
अररिया : जिले में ऑपरेशन भूमि दखल देहानी के तहत चल रहे रैयतों के सर्वे का काम अंतिम चरण में है़ जिले के नौ अंचलों में 751 मौजा है़ वहीं जिले में वैसे रैयतों की संख्या 53 हजार 900 है, जिन्हें परचा या लाल कार्ड मिला हुआ है़
या फिर बंदोबस्ती दी गयी है़ यह जानकारी गुरुवार को डीआरडीए सभा भवन में आयोजित बैठक में दी गयी.एडीएम मुनि लाल जमादार ने बताया कि ऑपरेशन भूमि दखल देहानी के तहत उन रैयतों के नामों को सूचीबद्घ किया जा रहा है कि जिन्हें जमीन उपलब्ध कराया जा चुका़ इसका कट ऑफ तिथि 31 अगस्त 2014 निर्धारित की गयी है़ डीएम ने बताया कि अलग श्रेणियों के तहत जमीनें दी गयी है़
निजी जमीन पर बसनेवालों को बासगीत परचा दिया जाता है़ भू-दान की दी गयी जमीन का भी परचा दिया जाता है, जबकि बिहार सरकार आम व बिहार सरकार खास जमीन की बंदोबस्ती की जाती है़ भू-हदबंदी के तहत वितरित जमीनों का लाल कार्ड दिया जाता है़ वहीं सरकार की क्रय नीति के तहत भी बासहीन लोगों को जमीन दी गयी है़
डीएम ने बताया कि सिकटी, कुर्साकांटा व नरपतगंज अंचलों में प्रपत्र एक भरने का काम पूरा हो चुका है़ अपलोड भी किया जा चुका है़ जिले के बाकी अंचलों में थोड़ा काम बचा हुआ है़ उन्होंने बताया कि प्रपत्र एक में केवल वास्तविक रैयतों की सूची बनायी जा रही है़, जबकि प्रपत्र दो में उन रैयतों की तफसील दर्ज होगी, जो किसी कारण से अपनी आवंटित भूमि से बेदखल हैं.
इसी क्रम में बेदखल करनेवालों को भी चिह्न्ति कर कार्रवाई की जायेगी़ उन्होंने बताया कि एससी व एसटी के मामलों में जमीन पर दखल करनेवालों के खिलाफ एस, एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जायेगी़

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