कार्यालय कर्मी के स्थानांतरण के लिए डीइओ ने आरडीडीइ से किया अनुरोध
प्रतिनिधि, अररियाजिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में लिपिक व अधिकारी के बीच के विवाद में सभी अधिकारी व कर्मी डीइओ के पक्ष में हो गये हैं. ज्ञात हो कि जिला शिक्षा कार्यालय के लिपिक विमल किशोर मल्लिक ने लिखित रूप से डीइओ पर मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाते हुए आकस्मिक अवकाश पर चले गये थे. […]
प्रतिनिधि, अररियाजिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में लिपिक व अधिकारी के बीच के विवाद में सभी अधिकारी व कर्मी डीइओ के पक्ष में हो गये हैं. ज्ञात हो कि जिला शिक्षा कार्यालय के लिपिक विमल किशोर मल्लिक ने लिखित रूप से डीइओ पर मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाते हुए आकस्मिक अवकाश पर चले गये थे. डीइओ सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने लिपिक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए उनके आकस्मिक अवकाश को न केवल रद्द कर दिया है, बल्कि उन्हें प्रभार सौंपने का भी निर्देश दिया है. मंगलवार को डीइओ ने अपने अधीनस्थ पदाधिकारी व कर्मियों की बैठक बुला कर लिपिक के आवेदन को बेवजह कार्यालय की मर्यादा व छवि को धूमिल करने वाला बताया. डीपीओ स्थापना के पदनाम से छुट्टी के लिए दिये गये आवेदन पर बैठक में समीक्षा की गयी. आवेदन में अंकित भाषा पर उपस्थित सभी पदाधिकारी व कर्मियों ने खेद व्यक्त किया. बैठक में निर्णय लिया गया कि लिपिक के जिम्मे कार्य आवंटित है उसे लिपिक गणेश चौधरी को देना सुनिश्चित करेंगे, ताकि अपने स्वास्थ्य का सही तरह से चिकित्सा कर सके. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कार्यरत व कार्यालय की मर्यादा को बनाये रखने के लिए उनके स्थानांतरण को लेकर क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक पूर्णिया प्रमंडल को भी अनुरोध किया जाय. डीइओ सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि लिपिक विमल किशोर मल्लिक ने कार्यालय की मर्यादा का उल्लंघन करते हुए मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है, जो गंभीर मामला है. आकस्मिक अवकाश डीइओ स्तर से स्वीकृत होता है. उन्होंने डीपीओ के पदनाम से आवेदन देकर उपस्थिति पंजी में स्वयं छुट्टी भर लिया, जो कार्यालय के नियम के विरुद्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि श्री मल्लिक के स्थानांतरण के लिए आरडीडीइ से अनुरोध किया गया है.