67 वर्ष बाद भी नहीं बनी एक अदद सड़क

फोटो:21- ओलाबाड़ी वासियों को नसीब नहीं हुई सड़क प्रतिनिधि, सिकटीआजादी के 67 वर्ष बाद भी प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां विकास की रोशनी नहीं पहुंची. ऐसा ही एक गांव प्रखंड क्षेत्र के खोरागाछ पंचायत अंतर्गत मोमीन टोला औलाबाड़ी है. इस गांव की विडंबना यह है कि नूना नदी के धाराओं से घिरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2015 8:03 PM

फोटो:21- ओलाबाड़ी वासियों को नसीब नहीं हुई सड़क प्रतिनिधि, सिकटीआजादी के 67 वर्ष बाद भी प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां विकास की रोशनी नहीं पहुंची. ऐसा ही एक गांव प्रखंड क्षेत्र के खोरागाछ पंचायत अंतर्गत मोमीन टोला औलाबाड़ी है. इस गांव की विडंबना यह है कि नूना नदी के धाराओं से घिरा यह गांव टापू नुमा बना हुआ है. नदी की धारा उसे तीन भागों में विभक्त करती है. वर्ष के आठ महीने यह गांव चारों तरफ पानी से घिरा रहता है इस गांव तक पहुंचने के लिए पगडंडी नुमा रास्ते के सिवा और कोई साधन नहीं है. मोमिन टोला औलाबाड़ी जहां विभिन्न जाति धर्म के लोग बसते हैं. यहां की आबादी लगभग एक हजार के आसपास है. मो इसा, फकरे आलम, दीना यादव, लक्ष्मण मंडल, छतुर सादा, मो बिजली सहित दर्जनों ग्रामीण बताते हैं कि हमारे होश संभालने के बाद से अबतक यहां विकास का कोई काम नहीं हुआ है. यहां अगर मूसलधार बारिश हो जाय, तो नाव के सहारे ही गांव से बाहर निकला जा सकता है. बरसात के समय अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाय तो उसका जीवन भगवान भरोसे ही होता है. सरकारी आंकड़े के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की बयार बहती है, पर यहां की सच्चाई कुछ और ही है.

Next Article

Exit mobile version