अररिया : जबरन जमीन दखल करने व उसका विरोध करने गये भू-मालिक पर जानलेवा हमला करने के मामले में भरगामा थाना पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया गया है. इसको लेकर पीडि़त ने डीआइजी पूर्णिया को आवेदन दिया. मामले में डीआइजी ने एसपी को दिया जांच का निर्देश दिया है.
भरगामा थाना क्षेत्र के कुसमौल गांव निवासी शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने डीआइजी को दिये आवेदन में जो कहा है कि वह भरगामा थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है. पीडि़त ने लिखा है कि दो जनवरी 2015 को प्रखंड प्रमुख भरगामा विजय यादव उर्फ दिव्य प्रकाश यादवेंदु, संतलाल यादव, रविकांत यादव व अज्ञात दो दर्जन से अधिक लोगों ने हथियार के जोर पर उनकी निजी एक एकड़ 21 डिसमिल जमीन को जबरन जोत दिया. विरोध जताने खेत जाने पर जानलेवा हमला किया. आवेदन में लिखा है कि घटना के दिन ही भरगामा थाना में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया. लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. सात जनवरी को पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया फिर भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी. इसके बाद डीआइजी पूर्णिया को आवेदन दिया. भू-मालिक का दावा है कि प्रखंड प्रमुख के प्रभाव में आ कर प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है. इधर भरगामा थानाध्यक्ष ओम प्रकाश ने बताया कि घटना के दिन ही घटनास्थल पर गया था.
यह जमीन कुसमौल के सूर्यकांत झा के नाम सिकमी थी. उसके परिजनों ने गेहूं लगाया था, जिसे कथित भू-मालिक शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने काट लिया था. जमीन विवादित है. उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.