पुलिस कार्रवाई नहीं होने से नाराज है जरीना
अररिया: पुलिस प्रशासन लाख दावा करें. सफलता के हजारों गीत गाये, पर बौंसी थाना कांड संख्या 51/12 में नामजदों पर कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित मां परेशान है. उन्होंने जिला प्रशासन सहित डीआइजी पूर्णिया को पत्र लिख कर इंसाफ देने की गुहार लगायी है व धरना देने की सूचना भी दी है. दरअसल बौंसी थाना […]
अररिया: पुलिस प्रशासन लाख दावा करें. सफलता के हजारों गीत गाये, पर बौंसी थाना कांड संख्या 51/12 में नामजदों पर कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित मां परेशान है. उन्होंने जिला प्रशासन सहित डीआइजी पूर्णिया को पत्र लिख कर इंसाफ देने की गुहार लगायी है व धरना देने की सूचना भी दी है.
दरअसल बौंसी थाना क्षेत्र के करेला गांव की जरीना खातून पति शमीम के पुत्र मो जमशेद उर्फ मुन्ना को गांव के ही मो जावेद दुखन उर्फ कलीम, मुर्शीद व हासिम रोजगार दिलाने के नाम पर 2010 में दिल्ली ले गये. बकौल जरीना उसे दिल्ली से बनारस लाया गया. उसके बाद से मुन्ना का कोई अता-पता नहीं है.
साथ ले जाने वालों से पूछताछ करने, पंचायती करने पर बताया जाता है कि मो जमशेद ट्रेन से उतर कर लापता हो गया. पीड़ित मां ने इस बाबत बौंसी थाना में नामजद प्राथमिकी करायी. जरीना कहती है कि कई बार पुलिस अधीक्षक से मिली. न्याय देने का भरोसा भी दिया जाता रहा, लेकिन अब तक न तो नामजदों पर कोई कार्रवाई हुई और न ही मेरा लड़का ही मिला है. जरीना ने कहा कि गुहार लगाते थक गयी हूं. 15 फरवरी से धरना पर बैठूंगी. जब तक पुत्र नहीं मिल जाता है. नामजद गिरफ्तार नहीं किया जाता है, धरना जारी रहेगा.
बोले थानाध्यक्ष
बौंसी थानाध्यक्ष जनीफउद्दीन ने कहा कि मामले में नामजद सभी आरोपी जमानत पर हैं. पुलिस मो जमशेद की खोज में कई बार दिल्ली व बनारस जा चुकी है, लेकिन पता नहीं चल पाया है. पुलिस उसकी खोज को लेकर सक्रिय है.