शिक्षकों कोमिली अनुपूरण कार्यक्रम की जानकारी

प्रतिनिधि, कुर्साकांटाकिशोरावस्था मनुष्य के जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार बिहार में 15 से 19 वर्ष के किशोर व किशोरी सबसे अधिक एनिमिया से ग्रस्त है. इसलिए केंद्र सरकार ने स्वस्थ जीवन के नींव को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी राज्यों में साप्ताहिक आयरन व फॉलिक एसिड अनुपूरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 7:02 PM

प्रतिनिधि, कुर्साकांटाकिशोरावस्था मनुष्य के जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार बिहार में 15 से 19 वर्ष के किशोर व किशोरी सबसे अधिक एनिमिया से ग्रस्त है. इसलिए केंद्र सरकार ने स्वस्थ जीवन के नींव को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी राज्यों में साप्ताहिक आयरन व फॉलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम का आयोजन किया है. उक्त बातें शनिवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित आदर्श मध्य विद्यालय में आयोजित कृमि नियंत्रण कार्यक्रम में बीइओ रामदयाल शर्मा ने सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को संबोधित करते हुए कही. अनुपूरण कार्यक्रम के तहत सभी प्रधानाध्यापक को 10-19 वर्ष तक के सभी किशोर-किशोरियों जो स्कूल आते हैं उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रशिक्षण दिया गया. बीइओ ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत विद्यालय के सभी किशोर-किशोरियों को आइएफए की नीली गोली सप्ताह में एक बार (बुधवार) व एलवेंडाजोल टेबलेट की छमाही खुराक प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से खिलाना सुनिश्चित करना है. कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की भागीदारी समान रूप से सुनिश्चित की गयी है. प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को कृमि व एनिमिया ग्रसित किशोर-किशोरियों की पहचान करने के टिप्स बताये गये. मौके पर सभी सीआरसीसी, बीआरपी विजेंद्र मंडल, कला नंद कामत, अरविंद राम, कामदेव झा आदि मौजूद थे.

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