रेणु गांव सिमराहा व बथनाहा को प्रखंड बनाने की मांग
संघर्ष समिति के सदस्यों ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापनफोटो:4-धरना पर बैठे प्रखंड बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यप्रतिनिधि, फारबिसगंज रेणु गांव सिमराहा व बथनाहा को प्रखंड बनाये जाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति के सदस्यों ने संयोजक सह राजद नेता डॉ क्रांति कुंवर के नेतृत्व में गुरुवार को अनुमंडल कार्यालय में एक दिवसीय धरना दिया. […]
संघर्ष समिति के सदस्यों ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापनफोटो:4-धरना पर बैठे प्रखंड बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यप्रतिनिधि, फारबिसगंज रेणु गांव सिमराहा व बथनाहा को प्रखंड बनाये जाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति के सदस्यों ने संयोजक सह राजद नेता डॉ क्रांति कुंवर के नेतृत्व में गुरुवार को अनुमंडल कार्यालय में एक दिवसीय धरना दिया. धरना के बाद एसडीओ सुभाष नारायण को मुख्यमंत्री बिहार सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि बिहार के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण प्रखंड फारबिसगंज है, जिसमें 32 पंचायत,एक नगर परिषद व एक नगर पंचायत है. 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या 3,73,933 है. 1993 में ही रेणु गांव सिमराहा व बथनाहा को प्रखंड बनाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है. फारबिसगंज के तत्कालीन प्रखंड प्रमुख ने 22 अप्रैल 1993 को ही सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजने के लिए जिला पदाधिकारी को दिया था. ज्ञापन में कहा गया है कि मिर्जापुर, झिरूआ पछियारी, झिरूआ पुरवारी, औराही पूरब, पश्चिम, पोठिया, खवासपुर, आरटी मोहन, हलहलिया, बोकरा, डोरिया सोनापुर, मुसहरी व सैफगंज कुल 13 पंचायत मिला कर रेणु गांव सिमराहा को प्रखंड बनाया जाय. धरना-प्रदर्शन में सहबाजपुर के मुखिया अवध नारायण कुंवर, समिति के सह संयोजक सुरेंद्र सिंह यादव, कलानंद यादव, प्रवक्ता पियुष मिश्रा, मुखिया सुनील मंडल, अशलम, मो रियाजउद्दीन, मुखिया राजकुमार केसरी, मो मोइउद्दीन, कुमार नाथ झा, सांसद प्रतिनिधि प्रो उद्यानंद यादव, अधिवक्ता शिवानंद मेहता, राजेश चंद्र वर्मा, राजा अलि, कमलानंद यादव, सह संयोजक अनवर राज सहित दर्जनों लोग शामिल थे.