अगलगी से बचाव को ले नहीं हो पायी ठोस व्यवस्था
-मौसम बदलने के साथ ही लोगों को सताने लगा अगलगी का दर्दफोटो: 02 -रानीगंज थाना परिसर स्थित अग्निशमन सेवा वाहन प्रतिनिधि, रानीगंजप्रखंड में अगलगी से बचाव के लिए कोई माकूल व्यवस्था नहीं है. सरकारी स्तर से रानीगंज थाना में केवल तीन सौ लीटर पानी वाले एक दमकल की व्यवस्था है. पर यह किसी बड़ी अगलगी […]
-मौसम बदलने के साथ ही लोगों को सताने लगा अगलगी का दर्दफोटो: 02 -रानीगंज थाना परिसर स्थित अग्निशमन सेवा वाहन प्रतिनिधि, रानीगंजप्रखंड में अगलगी से बचाव के लिए कोई माकूल व्यवस्था नहीं है. सरकारी स्तर से रानीगंज थाना में केवल तीन सौ लीटर पानी वाले एक दमकल की व्यवस्था है. पर यह किसी बड़ी अगलगी की घटना के लिए नाकाफी है. इस वाहन के भी रख-रखाव की समुचित व्यवस्था नहीं है. वाहन चालक व सहायकों के ठहराव के लिए भी समुचित संसाधन उपलब्ध नहीं है. अंचल कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार वित्तीय वर्ष 14-15 में प्रखंड क्षेत्र में लगभग पांच दर्जन अगलगी की घटना हुई है. इसमें कुल मिला कर क्षेत्र के 155 लोगों का घर जल गया. लगभग तीन करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है. चालक विद्यानंद यादव, सहायक तिर्थानंद झा व साधु मंडल थाना परिसर स्थित एक क्षतिग्रस्त मकान में सीमित संसाधनों के बीच अग्निशमन सेवा को तत्पर रहते हैं. कहते हैं सीओइस मामले में सीओ रमण सिंह कहते हैं कि स्थानीय थाना में एक वाहन की व्यवस्था है, पर यह किसी भी अगलगी की घटना के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं है. इसकी क्षमता केवल तीन सौ लीटर पानी की है. प्रखंड क्षेत्र में अगलगी की घटना से बचाव के लिए या तो जिला मुख्यालय या फिर फारबिसगंज अग्निशमन कार्यालय को फोन करना पड़ता है, जिसकी दूरी लगभग 25-30 किलोमीटर है. जब तक जिला मुख्यालय से दमकल पहुंचता है तब तक सब कुछ जल जाता है. केवल मलवा को ही बुझाया जा सकता है. तीन सौ लीटर वाले दमकल में भी पानी भरने के लिए कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं है.