बेटियों के साथ न रखें भेदभाव
फोटो:8-जलसे में तकरीर देते उलेमा प्रतिनिधि, ताराबाड़ी अररिया प्रखंड के बटुरबाड़ी पंचायत अंतर्गत सरजमीन मदरसा अंजुमन फैजे हिदायत मुमताज चौक में रविवार की शाम एक दिवसीय इसलाहे समाज और हमारी जिम्मेदारियों व हुफ्फाजे कराम की दस्तारबंदी को लेकर जलसे का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता मौलाना मंजूर आलम दारूल उलूम जीरो माइल अररिया ने की. […]
फोटो:8-जलसे में तकरीर देते उलेमा प्रतिनिधि, ताराबाड़ी अररिया प्रखंड के बटुरबाड़ी पंचायत अंतर्गत सरजमीन मदरसा अंजुमन फैजे हिदायत मुमताज चौक में रविवार की शाम एक दिवसीय इसलाहे समाज और हमारी जिम्मेदारियों व हुफ्फाजे कराम की दस्तारबंदी को लेकर जलसे का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता मौलाना मंजूर आलम दारूल उलूम जीरो माइल अररिया ने की. जलसे में उलेमाओं ने मुख्य रूप से समाज में फैली बुराइयों, कुरीतियों यथा दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, बाल विवाह, नौजवानों में तेजी से फैल रही नशे की आदत व बेटियों के साथ भेदभाव आदि पर तकरीर दिया. जलसा को देवबंद सहारनपुर यूपी के मुफ्ती राशि दुल्लाह, पटना के सोहराब साहेब, सहरसा के रुस्तम अलि रहमानी, कुआड़ी के कारी सुलेमान, मौलाना नसीमुद्दीन, मौलाना मुश्ताक, नदवी, शायरे इसलाम कारी ने भी संबोधित किया. मंच संचालन मौलाना दाउद नौमानी व मौलाना निजामुउद्दीन हाजी ने किया. मदरसा के चार छात्र को हुफ्फाजे कराम की दस्तारबंदी के लिए पगड़ी, एक जोड़ा कपड़ा, कुरान शरीफ व दीनी किताबें भी पुरस्कार के रूप में दी गयी. जलसा को सफल बनाने में पूर्व जिला पार्षद हैदर यासिन उर्फ बाबा, पंसस खालिद हुसैन, अलानूर शादिक आलम, बाबुल, जकी अनवर, शाकीब, दिलशाद, अशफाक, जफर नियाजी आदि सक्रिय दिखे.