जमीनी स्तर पर नहीं हो रहा नुकसान का आकलन

प्रतिनिधि, कुर्साकांटाप्रखंड क्षेत्र में बारिश के कारण गेहूं की फसल की क्षति के मामले में बरती जा रही उदासीनता से किसानों में आक्रोश है. किसानों का आरोप है कि जिला से आयी कमेटी फसल के क्षति का आकलन जमीनी स्तर पर नहीं कर रही है. डुमरिया पंचायत के विजय केसरी, संजय सिंह, अनिल केसरी, कला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2015 9:04 PM

प्रतिनिधि, कुर्साकांटाप्रखंड क्षेत्र में बारिश के कारण गेहूं की फसल की क्षति के मामले में बरती जा रही उदासीनता से किसानों में आक्रोश है. किसानों का आरोप है कि जिला से आयी कमेटी फसल के क्षति का आकलन जमीनी स्तर पर नहीं कर रही है. डुमरिया पंचायत के विजय केसरी, संजय सिंह, अनिल केसरी, कला देवी, हरिनारायण, सत्यदेव सिंह, पहुंसी पंचायत के राजमहल सिंह, शिवनंदन सिंह, मधुबनी निवासी देव कुमार सिंह, संजय सिंह, शिव लाल सिंह आदि ने बताया कि आंधी व तेज बारिश के कारण गेहूं का पौधा जमीन पर गिर गया. खेतों में जमे पानी के संपर्क में आ कर गेहूं का दाना भी खराब हो गया. स्थिति यह है कि दैनिक मजदूरी 150 व 200 रुपये लेकर मजदूर फसल काटने की बात कर रहे हैं, लेकिन हम लोग असमंजस की स्थिति में हैं. मजदूरों की मजदूरी का भी भुगतान गेहूं कटाई के बाद हो पायेगा. यह कहना मुश्किल है.

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