प्रखंड कृषि पदाधिकारी पहुंचे खैसरेल
फोटो:कुर्साकांटा. गेहूं की बालियों में दाना नहीं आने पर किसान द्वारा आत्मदाह के कोशिश ने प्रखंड क्षेत्र में कोहराम मचा हुआ है. लागत के अनुपात में उपज की मात्रा कम की खबर अब चारों तरफ से आने लगी है. शुक्रवार को बीएओ हंसलाल राम व कृषि समन्वयक संजय सिंह खैसरेल गांव पहुंचे व पीडि़त किसानों […]
फोटो:कुर्साकांटा. गेहूं की बालियों में दाना नहीं आने पर किसान द्वारा आत्मदाह के कोशिश ने प्रखंड क्षेत्र में कोहराम मचा हुआ है. लागत के अनुपात में उपज की मात्रा कम की खबर अब चारों तरफ से आने लगी है. शुक्रवार को बीएओ हंसलाल राम व कृषि समन्वयक संजय सिंह खैसरेल गांव पहुंचे व पीडि़त किसानों से फसल क्षति की जानकारी ली. किसान कृष्णदेव झा, मसोमात निर्मला देवी, विष्णु देव झा, ओम प्रकाश लाल दास, हीरेंद्र मल्लिक, विद्यानंद पासवान, बैद्यनाथ झा, इंद्र भूषण मुन्ना आदि दर्जनों किसानों ने कृषि पदाधिकारी को बताया कि उपज का मात्रा लागत की मात्रा से भी कम पहुंचा, कृषि विभाग के द्वारा जीरो टीलेज से की गयी खेती बेकार चली गयी. कृषि विभाग के द्वारा दिये गये बीज से पौधे तो निकले मगर गेहूं के पौधों में बालियों में दाना नहीं लग पाया. किसानों ने अपनी व्यथा को पदाधिकारियों के समक्ष रखा. -कहते हैं बीओए बीएओ हंसलाल राम ने किसानों को गेहूं के पौधों में आग नहीं लगाने की बात कही. अगर बालियों में दाना नहीं लग पाया है तो इसकी सूचना किसान सलाहकार व कृषि समन्वयक को दंे. जांचोपरांत मुआवजे के लिए विभाग को रिपोर्ट सौंपा जायेगा. कृषि विभाग व सरकार किसान के दुख दर्द में शामिल है. -कहते हैं कृषि समन्वयक इस मामले में कृषि समन्वयक संजय सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात की जिम्मेवारी दी गयी है कि वे इसकी जांच कर जांच रिपोर्ट कृषि विभाग को सौंपे. वे जल्द ही जांच रिपोर्ट विभाग को समर्पित कर देंगे.