विकलांग दिलीप चाय दुकान चला कर करता था परिवार का भरण पोषण

फोटो:25-बंद पड़ी दिलीप की चाय दुकान प्रतिनिधि, कुर्साकांटापनार पुल के पास बस व ऑटो दुर्घटना में मारे गये दिलीप साह का पूरा परिवार ही उजड़ गया. कुर्साकांटा में चाय की दुकान चला कर परिवार का भरण पोषण करने वाले दिलीप साह पर दो बेटियों व एक पुत्र के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी. दिलीप पूर्व में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2015 9:05 PM

फोटो:25-बंद पड़ी दिलीप की चाय दुकान प्रतिनिधि, कुर्साकांटापनार पुल के पास बस व ऑटो दुर्घटना में मारे गये दिलीप साह का पूरा परिवार ही उजड़ गया. कुर्साकांटा में चाय की दुकान चला कर परिवार का भरण पोषण करने वाले दिलीप साह पर दो बेटियों व एक पुत्र के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी. दिलीप पूर्व में दुर्घटनाग्रस्त होकर एक हाथ व एक पांव गंवा चुका था. उसके बाद भी वह चाय दुकान चला कर अपने व अपने परिवार की पेट की भूख शांत करता था. चाय के बेहतरीन स्वाद के कारण बाजार व उससे बाहर के ग्रामीण जब भी बाजार पहुंचते, तो चाय पीने के लिए दिलीप चाय वाले के पास ही जाते थे. चाय बेच कर दिलीप ने अपनी दो पुत्रियों की शादी की थी. शनिवार दो मई को दिलीप अपनी बड़ी पुत्री के देवर की शादी में भाग लेने लिए टुनीदीघी गये थे, लेकिन घर से निकले दिलीप का शव ही परिजनों को मंगलवार को मिला. अपने व्यवहार से सबका दिल जीतने वाले दिलीप की मौत की खबर सुन कर उसके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग कुर्साकांटा में नम आंखों से प्रतीक्षा करते देखे गये. हमेशा भीड़भाड़ वाली चाय दुकान दिलीप की मौत के बाद सुनसान सा पड़ी थी.

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