सरकारी खाद्यान्न बेचते पकड़ाया

कुर्साकांटा: प्रखंड अंतर्गत सुंदरी मदरसा टोला के ग्रामीणों ने जविप्र दुकानदार के पुत्र को एक व्यवसायी के पास सरकारी खाद्यान्न बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ा. मिली जानकारी के अनुसार सुंदरी मदरसा टोला के दर्जनों ग्रामीणों ने एक साइकिल पर मिश्रित खाद्यान्न लेकर जा रहे एक व्यक्ति को शक के आधार पर रोका. उसने पूछताछ करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 9:37 AM
कुर्साकांटा: प्रखंड अंतर्गत सुंदरी मदरसा टोला के ग्रामीणों ने जविप्र दुकानदार के पुत्र को एक व्यवसायी के पास सरकारी खाद्यान्न बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ा. मिली जानकारी के अनुसार सुंदरी मदरसा टोला के दर्जनों ग्रामीणों ने एक साइकिल पर मिश्रित खाद्यान्न लेकर जा रहे एक व्यक्ति को शक के आधार पर रोका.

उसने पूछताछ करने पर जविप्र दुकानदार हिरा लाल पासवान के पुत्र निवेश पासवान के कहने पर गेहूं व चावल व्यवसायी के हाथों बेचने के लिए ले जाने की बात को कबूल किया. इसके बाद खाद्यान्न को जब्त कर ग्रामीणों ने कुआड़ी ओपी पुलिस व एसडीओ संजय कुमार को दूरभाष पर सूचना दी. ग्रामीणों की सूचना पर प्रभारी ओपी अध्यक्ष राकेश प्रसाद, आपूर्ति पदाधिकारी कुणाल सिंह, सअनि डीएन हेम्ब्रम घटनास्थल पर पहुंचे व चावल जब्त कर ग्रामीणों से पूछताछ की.

इधर ग्रामीण मो दिलदार, सत्यदेव शर्मा, मो फकीर, जहीर, ताहिर, राजकिशोर सिंह, सतीश भगत आदि ने बताया कि डीलर द्वारा मनमाने ढंग से खाद्यान्न का वितरण किया जाता है व खाद्यान्न की कालाबाजारी की जाती है. दो माह से डीलर द्वारा खाद्यान्न का वितरण नहीं किया गया है. घटना के दौरान डीलर हीरा लाल पासवान घर से अनुपस्थित थे. जविप्र दुकान पर ताला बंद था. डीलर के पुत्र निवेश पासवान ने बताया कि पिता ने मई माह का आवंटन 76 क्विंटल 50 किलोग्राम चावल व 51 क्विंटल गेहूं का उठाव एक सप्ताह पूर्व किया है.

इसके वितरण का कार्य अभी चालू नहीं किया गया है. गोदाम में रखे बरबाद गेहूं व चावल जिसे लाभुक नहीं ले रहे थे उसे बेचा गया है. डीलर के पुत्र का यह भी आरोप था कि सड़क निर्माण को लेकर उत्पन्न विवाद, जिसकी शिकायत कुआड़ी ओपी में दर्ज है उसका बदला कुछ लोगों द्वारा षड्यंत्र के तहत लिया जा रहा है. मामले के विभिन्न पहलुओं पर जांच के बाद एमओ कुणाल सिंह ने बताया कि डीलर के विरुद्ध ग्रामीणों द्वारा लगाये गये आरोपों का जांच प्रतिवेदन को एसडीओ को समर्पित किया जायेगा, जिसके आधार पर डीलर के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जायेगी. जब्त खाद्यान्न जब्ती सूची के आधार पर किसी जविप्र के दुकानदार को सौंपा जायेगा.

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