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कागज पर निर्गत किया जा रहा लाइसेंस
अररिया: जिला परिवहन कार्यालय में कार्ड व रिबन का भारी टोटा है. ये स्थिति पिछले लगभग छह माह से बनी हुई है. नतीजा ये है कि ड्राइविंग लाइसेंस आदि के लिए कार्ड नहीं बन पा रहा है, बल्कि लाइसेंस व अन्य दस्तावेज कागज पर निर्गत कर काम निकाला जा रहा है. कार्ड के अभाव के […]
अररिया: जिला परिवहन कार्यालय में कार्ड व रिबन का भारी टोटा है. ये स्थिति पिछले लगभग छह माह से बनी हुई है. नतीजा ये है कि ड्राइविंग लाइसेंस आदि के लिए कार्ड नहीं बन पा रहा है, बल्कि लाइसेंस व अन्य दस्तावेज कागज पर निर्गत कर काम निकाला जा रहा है.
कार्ड के अभाव के चलते कमोबेश 12 हजार कार्ड बनाने का मामला कार्यालय में लंबित हो चुका है. परेशानी ये भी है कि सामग्रियों की आपूर्ति के बाद भी लंबित कार्ड बनाने में महीनों लग सकते हैं. बताया जाता है कुछ कारणों से कार्ड के आपूर्तिकर्ता कंपनी को राज्य सरकार ने काली सूची में डाल दिया है. अब दूसरे आपूर्तिकर्ता के काम शुरू करने के बाद ही कार्ड निर्गत करने का सिलसिला शुरू होगा, लेकिन कार्ड की आपूर्ति शुरू को लेकर अब भी संशय बना हुआ है.
गौर तलब है कि पिछले कुछ सालों से ड्राइविंग लाइसेंस व वाहन रजिस्ट्रेशन आदि कार्यो का आधुनिकीकरण हो चुका है. अब लाइसेंस आदि कागजों पर नहीं बल्कि एटीएम की तरह कार्ड पर प्रिंट कर निर्गत किया जाता है. पर कार्ड के अभाव के कारण मामला उलझ गया है. जिला परिवहन कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कार्ड व रिबन की आपूर्ति राज्य सरकार द्वारा अधिकृत एक विशेष एजेंसी करती थी. आपूर्ति के एवज जिला कार्यालय से कंपनी को भुगतान किया जाता था, पर लगभग छह माह से आपूर्ति ठप है. यही वजह है कि लाइसेंस के लिए कार्ड बनने का सिलसिला बंद कर देना पड़ा है. जानकारों का कहना है कि 2014 अक्तूबर से ही आपूर्ति में बाधा आनी शुरू हो गयी थी.
मिली जानकारी के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस के अलावा वाहनों के ट्रांसफर व रजिस्ट्रेशन आदि के लिए भी कार्ड ही का इस्तेमाल होता है. लिहाजा ऐसे सारे काम प्रभावित हो रहे हैं. बताया गया कि सरकार के निर्देश के आलोक में फिलहाल लाइसेंस आदि कागज पर ही प्रिंट कर दिये जा रहे हैं. कार्ड व रिबन की आपूर्ति के बाद ऐसे सारे दस्तावेजों के लिए कार्ड निर्गत किया जायेगा.
कार्ड की आपूर्ति के बाद भी होगी परेशानी
मिली जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 12 हजार कार्ड बनाने का काम लंबित हो चुका है. सूत्रों के मुताबिक अब तक ड्राइविंग लाइसेंस के लगभग पांच हजार, वाहन रजिस्ट्रेशन के छह हजार व ट्रांसफर के लगभग एक हजार कार्ड बनाने का काम लंबित हो चुका है. कार्यालय कर्मियों का कहना है कि कार्ड की आपूर्ति के बाद दिन रात काम करने पर भी लंबित कार्ड बनाने में ही एक माह से अधिक का समय लग जायेगा.
जल्द ही समस्या होगी दूर: डीटीओ
कार्ड व रिबन की आपूर्ति ठप होने की पुष्टि करते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज कुमार शाही ने बताया कि पूरे राज्य में ऐसी ही स्थिति है. आपूर्तिकर्ता कंपनी पहले भी कार्ड आदि की आपूर्ति ठीक से नहीं कर पाती थी. हर जिले से विभाग को शिकायत मिल रही थी. लिहाजा विभाग ने उसे काली सूची में डाल दिया. अब दूसरी कंपनी को काम दिया जा रहा है. विभाग से मिली जानकारी के हवाले से उन्होंने जल्द ही समस्या के दूर होने की उम्मीद है. लंबित मामलों के बाबत उन्होंने माना कि लंबित कार्ड बनाना भी एक समस्या होगी. अलग से प्रिंटर भी लेना पड़ेगा. महीनों समय लग सकता है.
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