किस बेबसी में मरीज कैदी के हाथ पैर में लगायी थी हथकड़ी
अररिया: मंडल कारा में बंद विचाराधीन बंदी अरविंद यादव इन दिनों स्वस्थ है. परेशानी के आलम में उसे जेल प्रशासन ने सदर अस्पताल में भरती कराया था, जहां उसको हाथ व पैर में हथकड़ी लगा कर रखा गया था. प्रभात खबर ने छह जून को इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था. मामले को लेकर राज्य […]
अररिया: मंडल कारा में बंद विचाराधीन बंदी अरविंद यादव इन दिनों स्वस्थ है. परेशानी के आलम में उसे जेल प्रशासन ने सदर अस्पताल में भरती कराया था, जहां उसको हाथ व पैर में हथकड़ी लगा कर रखा गया था. प्रभात खबर ने छह जून को इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था. मामले को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया था. इसके बाद प्रशासनिक हलके में हलचल मची थी. बताया जा रहा था कि अरविंद मानसिक रोगी है, इसलिए उसे हथकड़ी लगा कर सदर अस्पताल में रखा गया था. 25 जून को इलाज के बाद उसे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भागलपुर ने अस्पताल से रिलीज कर दिया.
बोले कारा अधीक्षक
इस बाबत कारा अधीक्षक राजीव कुमार झा ने बताया कि अरविंद यादव स्वस्थ है. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने उसे मानसिक रोगी करार नहीं दिया. वह पुन: मंडल कारा अररिया आ गया है. जानकारी अनुसार मारपीट के मामले को ले उसे रानीगंज थाना कांड संख्या 29/15 में गिरफ्तार किया गया था. वह कारा में अवसाद में आ गया था.
अरविंद ने भी बताया कि वह बिल्कुल ठीक है. जेल में किसी तरह की परेशानी नहीं है. पहले नींद नहीं आने के कारण परेशान था. इस मामले में सवाल यह उठता है कि जब अरविंद मानसिक रोगी नहीं था, नींद नहीं आने की वजह से परेशान था, तो सदर अस्पताल में उसे किसके आदेश से हथकड़ी लगा कर रखा गया था.