जिले में 165 शरण स्थल चिह्नित
बाढ़ आपदा से निबटने को कमर कस चुका है जिला प्रशासननाव की नहीं है कोई किल्लत, हाल ही में आवंटित की गयी हैं 39 नावप्रतिनिधि, अररियाहालांकि अभी जिले में केवल बाढ़ की सुगबुगाहट ही शुरू हुई है, लेकिन अगर प्रशासनिक दावों पर भरोसा करें तो जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निबटने के लिए कमर […]
बाढ़ आपदा से निबटने को कमर कस चुका है जिला प्रशासननाव की नहीं है कोई किल्लत, हाल ही में आवंटित की गयी हैं 39 नावप्रतिनिधि, अररियाहालांकि अभी जिले में केवल बाढ़ की सुगबुगाहट ही शुरू हुई है, लेकिन अगर प्रशासनिक दावों पर भरोसा करें तो जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निबटने के लिए कमर कस चुका है. आवश्यकतानुसार नाव की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है. शरण स्थलों की पहचान के साथ दूसरी जरूरी तैयारियां भी पूरी की जा चुकी हैं.जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा से मिली जानकारी के अनुसार जिले के नौ अंचलों को आवश्यकतानुसार नाव उपलब्ध करा दिया गया है. पिछले साल 40 व इस साल 30 अतिरिक्त नाव अंचलों को दिया गया है. जिले के विभिन्न घाटों पर सरकारी नाव का परिचालन भी शुरू हो चुका है. पिछले दिनों जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में दिये गये प्रतिवेदन के मुताबिक जिले के नौ अंचलों में कुल 102 नाव परिचालन के योग्य थे. जबकि 42 की मरम्मती हो सकती थी. पूरी तरह क्षतिग्रस्त नाव की संख्या 22 बतायी गयी थी. कुल मिला कर अलग अलग प्रखंडों ने 23 अतिरिक्त नाव की मांग की थी. बताया जाता है कुल 39 नाव दिये जा चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार सभी नौ अंचलों में चिह्नित शरण स्थलों की कुल संख्या 165 है. सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं का भंडारण कर लिया गया है. इसके साथ ही सभी प्रखंडों में मोबाइल मेडिकल टीम भी गठित हो चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक जिले के 19 गृहरक्षक गोताखोरी का प्रशिक्षण ले चुके हैं. जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी काम कर रहा है.