बिजली आपूर्ति बना चुनावी मुद्दा

बिजली आपूर्ति बना चुनावी मुद्दाउपभोक्ताओं ने वोट बहिष्कार का किया एलान फोटो 8 केएसएन 1ट्रांसफारमर के पास विरोध करते ग्रामीण प्रतिनिधि, पौआखालीप्रखंड के ग्राम पंचायत डुमरिया अंतर्गत कर्राटोली व भेभड़ा गांव के ग्रामीणों में गांव में बिजली नहीं पहुंचने को लेकर काफी आक्रोशित हैं. गांव वासियों ने बिजली नहीं तो वोट नहीं. गांव के उपभोक्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2015 6:45 PM

बिजली आपूर्ति बना चुनावी मुद्दाउपभोक्ताओं ने वोट बहिष्कार का किया एलान फोटो 8 केएसएन 1ट्रांसफारमर के पास विरोध करते ग्रामीण प्रतिनिधि, पौआखालीप्रखंड के ग्राम पंचायत डुमरिया अंतर्गत कर्राटोली व भेभड़ा गांव के ग्रामीणों में गांव में बिजली नहीं पहुंचने को लेकर काफी आक्रोशित हैं. गांव वासियों ने बिजली नहीं तो वोट नहीं. गांव के उपभोक्ता असगीर आलम, नसीम अख्तर, रूस्तम अली, वार्ड सदस्य अलाउद्दीन, नाजिर आलम, मो खालिद, जहीरूद्दीन, बाबू लाल राम, शफीक आलम, साबिर, मंजर आदि ने बताया कि दोनों ही गांवों में दो सौ उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगे हुए पांच छह माह गुजर गये हैं और तीन माह पूर्व गांव में ट्रांसफारमर तक लग चुका है. सिर्फ बिजली की आपूर्ति में अनावश्यक देरी की जा रही है. इन उपभोक्ताओं ने कहा कि ट्रांसफारमर लगने के दौरान ही संबंधित कार्य एजेंसी और विभाग ने शीघ्र ही दोनों गांव भेभड़ा और कर्राटोली में बिजली आपूर्ति की बात कही थी. लेकिन तीन माह गुजरने के बावजूद आज-कल का बहाना बना कर उपभोक्ताओं की आंखों में धूल झोंक रहे हैं. इधर, ग्रामीणों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गांव में बिजली नहीं पहुंची, तो आगामी विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जायेगा. लोगों ने कहा कि गांव में बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई सहित मोबाइल के बैटरी को चार्ज करने के लिए पौआखाली बाजार आना-जाना पड़ता है. साथ ही टेलीविजन, इंटरनेट से कटे होने के कारण देश दुनिया की तमाम खबरों से गांव के लोग 21वीं सदी में भी महरूर हैं.

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