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ग्रामीणों ने एसएसबी जवानों को बनाया बंधक

ग्रामीणों ने एसएसबी जवानों को बनाया बंधकएसएसबी के जवानों द्वारा ग्रामीणों को मुर्गा बनाने पर व्यवसायियों ने भी जताया विरोध, बंद की अपनी दुकानें एसडीपीओ की पहल पर हुआ समस्या का समाधान फोटो:16-ग्रामीणों व प्रतिनिधियों के साथ बात करते एसडीपीओ व अन्य प्रतिनिधि, सिकटी सिकटी चौक पर गुरुवार की सुबह तीन स्थानीय लोग पांच किलो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2015 8:35 PM

ग्रामीणों ने एसएसबी जवानों को बनाया बंधकएसएसबी के जवानों द्वारा ग्रामीणों को मुर्गा बनाने पर व्यवसायियों ने भी जताया विरोध, बंद की अपनी दुकानें एसडीपीओ की पहल पर हुआ समस्या का समाधान फोटो:16-ग्रामीणों व प्रतिनिधियों के साथ बात करते एसडीपीओ व अन्य प्रतिनिधि, सिकटी सिकटी चौक पर गुरुवार की सुबह तीन स्थानीय लोग पांच किलो यूरिया व थाइमेट ले जा रहे थे. इसी दौरान एसएसबी के जवानों ने उनको रोक कर सामान की जांच की तथा बिना किसी अपराध के तीनों को घंटों मुर्गा बनाये रखा. इसके विरोध में ग्रामीणों व व्यवसायियों ने एसएसबी जवानों को बंधक बना लिया. व्यवसायियों ने इसके साथ ही घंटों बाजार बंद रखा. इसकी सूचना पाकर बीडीओ डॉ चंदन कुमार चक्रवर्ती घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा कर जवानों को मुक्त कराया. घटना व बाजार बंद की सूचना पाकर एसडीपीओ मो कासिम व उप सेनानायक बांके बिहारी घटना स्थल पर पहुंचे तथा लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. पर इसमें पदाधिकारियों को सफलता नहीं मिली. बाद में थाना परिसर में जाकर ग्रामीणों ने इस समस्या का समाधान मिल कर निकाला. मौके पर एसडीपीओ व उप सेनानायक ने बताया कि जवानों द्वारा सामानों की जांच जारी रहेगी, पर रोजमर्रे के सामान व दैनिक उपयोग की वस्तुओं को ले जाने से नहीं रोका जायेगा, जबकि व्यापारिक उद्देश्य से लाये जा रहे सामान के साथ सभी वैध कागजात होने चाहिए . इस आश्वासन के उपरांत लगभग 4.30 बजे बाजार खुला. जानकारी अनुसार सिकटी चौक पर सिकटी के तीन ग्रामीणों पांच-पांच किलो यूरिया व थाइमेट धान के खेत में डालने के लिए ले जा रहे थे. इसी दौरान एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोक कर सामान की जांच की. इसके बाद उन्हें घंटों मुर्गा बनाये रखा. इस घटना से ग्रामीण व व्यवसायी आक्रोशित होने लगे व भीड़ जमा होने लगी. विरोध में ग्रामीणों द्वारा जवानों को बंधक बना लिया गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे बीडीओ ने जवानों को छुड़ा तो लिया, परंतु विरोध थमा नहीं. घटना की सूचना पाकर एसडीपीओ व उप सेनानायक के पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपनी आपबीती सुनायी. मामले में पूर्व प्रमुख कमरूज्जमा, बालकृष्ण झा, मुमताज आलम, पूर्व मुखिया नारायण सिंह, मो वाजुद्दीन, उप प्रमुख अजदेव मंडल, बीडीओ डॉ चंदन कुमार चक्रवर्ती, सिकटी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, कुआड़ी थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार आदि ने मिल कर मामले का शांतिपूर्ण हल निकाला.

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