बूथ नहीं बदले जाने से वोटरों में नाराजगी
पौआखाली(किशनगंज) : प्रखंड के खारूदह पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या दो, तीन एवं चार स्थित गोगरियाधामी बस्ती के कुल 814 मतदाताओं में बूथ नहीं बदलने से काफी आक्रोशित है. मतदाताओं ने निराश मन से वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है और इसका ठीकरा जनप्रतिनिधियों व प्रशासन पर फोड़ा है. गांव के 70 वर्षीय वृद्ध राज कुमार […]
पौआखाली(किशनगंज) : प्रखंड के खारूदह पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या दो, तीन एवं चार स्थित गोगरियाधामी बस्ती के कुल 814 मतदाताओं में बूथ नहीं बदलने से काफी आक्रोशित है.
मतदाताओं ने निराश मन से वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है और इसका ठीकरा जनप्रतिनिधियों व प्रशासन पर फोड़ा है. गांव के 70 वर्षीय वृद्ध राज कुमार गणेश, 66 वर्षीय रुपो देवी ने बताया कि उनके गांव के लोग करीबन छह किमी की दूरी तय कर पैदल ही खारूदह मध्य विद्यालय दक्षिण भाग बूथ संख्या 119 में पंद्रह वर्षों से लगातार प्रत्येक चुनाव में वोट डालने जाते है,
जिसमें दो नदियां कनकई व मेची नदी भी पार करना पड़ता है. अब वृद्ध लाचार मतदाता चाहते है कि उनके अपने गांव में ही स्कूल है जहां बूथ की व्यवस्था हो ताकि उनके परेशानी काहल हो.
वहीं अन्य मतदाताओं में कंचन लाल गणेश, नीता लाल हरिजन, रफीक आलम, नूर मोहम्मद, ममता देवी, मास्टर हसीबुर्रहमान, मो सुल्तान, बांगो देवी ने कहा कि 15 वर्ष पूर्व वे लोग ग्राम पंचायत रसिया का मतदाता थे, लेकिन परिसीमन में छठ कर वे लोग खारूदह पंचायत में चले गये.
पहले वे लोग गांव में ही बने बूथ में वोट डालते थे किंतु अब 15 वर्षों से छह सात किमी की दूरी तय कर नदी पार कर उन्हें वोट डालनेजाना पड़ता है. इसमें महिला, वृद्ध, अपाहिज मतदाताओं को काफी मुसीबत उठानी पड़ती है.
नि:शक्त मतदाता चैथा लाल गणेश व गुणा लाल ने कहा कि वे लोग बूथ बदल कर गांव में बूथ बनाने को लेकर पूर्व में जिला से लेकर प्रखंड पदाधिकारियों को आवेदन देकर गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है. मजबूरन वोट बहिष्कार का निर्णय गांव वालों को लेना पड़ा है. -कहते हैं बीडीओठाकुरगंज के बीडीओ गनौर पासवान ने कहा कि प्रखंड से कुल 16 बूथों को बदलने का आवेदन मिला है, जिसे आयोग के पास कार्रवाई के लिए भेजा दिया गया है. इनमें गोगरिया धामी बस्ती शामिल नहीं है. फिर भी वे स्वयं गांव जाकर मतदाताओं से मिल कर उनके परेशानी का हल निकालेंगे. उन्होंने मतदाताओं से वोट का बहिष्कार नहीं बल्कि मताधिकार के प्रयोग की अपील की है.