प्रशासन की सख्ती के बावजूद चल रहा ओवरलोडिंग का खेल
प्रशासन की सख्ती के बावजूद चल रहा ओवरलोडिंग का खेल प्रतिनिधि, किशनगंजविधान सभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू है. प्रशासन ने विभिन्न जगहों पर चेक पोस्ट लगाकर ओवर लोडेड वाहनों का चेकिंग अभियान चला रखा है. इसके अलावे कई मुख्य चौक-चौराहे पर वाहन चेकिंग जारी है. सिर्फ दो पहिया वाहन ही नहीं, बल्कि सभी […]
प्रशासन की सख्ती के बावजूद चल रहा ओवरलोडिंग का खेल प्रतिनिधि, किशनगंजविधान सभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू है. प्रशासन ने विभिन्न जगहों पर चेक पोस्ट लगाकर ओवर लोडेड वाहनों का चेकिंग अभियान चला रखा है. इसके अलावे कई मुख्य चौक-चौराहे पर वाहन चेकिंग जारी है. सिर्फ दो पहिया वाहन ही नहीं, बल्कि सभी छोटी बड़ी वाहनों की जांच सघनता से की जा रही है. फिर भी किशनगंज-बहादुरगंज, किशनगंज-ठाकुरगंज और एनएचई 327 बहादुरगंज-गलगलिया पथ पर ओवर लोडिंग का खेल धड़ल्ले से चल रहा है.यहां बता दें कि ओवर लोडेड ट्रकों पर रोकथाम लगाने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश पर जिले के विभिन्न स्थानों पर लगाये गये चेक पोस्ट कामधेनु बन कर रह गये है. चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारी व जवानों को इंट्री माफिया मोटी कमाई का लालच देकर अपने ओवर लोडेड ट्रकों को चेक पोस्ट से बाहर निकालने में कामयाब हो जाते है. चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारियों को अपने वश में करने के लिए इंट्री माफियाओं द्वारा समय समय पर सुरा व सुंदरी का भी प्रबंध किया जाता है. हालांकि दिन के उजाले में यह काला खेल काफी कम ही नजर आता है. परंतु शाम ढलते ही उनका यह धंधा परवान चढ़ जाता है. हालांकि जिले के वरीय पदाधिकारी समय समय पर औचक निरीक्षण के क्रम में इस काले खेल का भंडाफोड़ करते रहे है. इसके बावजूद प्रतिदिन जिले के सरकारी पदाधिकारी की सरकार को लाखों का चुना लगा रहे है. चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारियों की काली कमाई का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पूर्व में मोटरसाइकिल से सफर करने वाले पदाधिकारी चेक पोस्ट पर तैनाती के चंद दिनों बाद ही महंगे चार चक्का वाहनों के स्वामी बन जाते है.