दिघलबैंक में शुद्ध पेयजल रहेगा चुनावी मुद्दा
दिघलबैंक में शुद्ध पेयजल रहेगा चुनावी मुद्दा प्रतिनिधि, दिघलबैंकनामांकन के साथ ही चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार तेज होने लगा है. प्रत्याशी से लेकर उनके समर्थक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता गांव में जाकर वोट मांग रहे हैं, जिससे ग्रामीण भी अब चुनावी रंग में रंगने लगे है. लेकिन इसी के साथ […]
दिघलबैंक में शुद्ध पेयजल रहेगा चुनावी मुद्दा प्रतिनिधि, दिघलबैंकनामांकन के साथ ही चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार तेज होने लगा है. प्रत्याशी से लेकर उनके समर्थक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता गांव में जाकर वोट मांग रहे हैं, जिससे ग्रामीण भी अब चुनावी रंग में रंगने लगे है. लेकिन इसी के साथ ही वोट मांगने आने वाले नेताजी लोगों से अपनी समस्याओं को लेकर पूछे जाने वाले ग्रामीणों के सवाल भी तीखे होने लगे हैं. अपने गांव और इलाके की समस्याओं को चुनावी मुद्दा बना रहे ग्रामीणों के सवालों से वोट मांगने आने वाले हर नेताजी को जूझना पड़ रहा है. इसी बीच प्रखंड के दिघलबैंक बाजार वासियों ने इस बार पानी को ही अपना चुनावी मुद्दा बनाया है. लोगों की माने तो विधानसभा के लिए दर्जन से अधिक बार अपने विधायक का चुनाव किया मगर किसी विधायक ने दिघलबैंक प्रखंड को कालापानी से मुक्त करने की दिशा में कोई पहल नहीं की. लिहाजा यहां के लोग आज भी पानी के रूप में जहर का सेवन करने को मजबूर है और कमोवेश यह हालात पूरे प्रखंड सहित सीमा क्षेत्र की है. कई लोगों ने साफ शब्दों में कहा कि एक बार फिर नेताजी लोग बड़े बड़े दावे के साथ वोट मांगने आ रहे है. मगर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसलिए पानी ही इस बार उनका चुनावी मुद्दा रहेगा. जिससे उनके घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने का जज्बा दिखेगा. इस बार उसे ही समर्थन देंगे.