नेपाल व तब्बित के रास्ते चीन भेजी जानी थी चंदन की लकड़ी

नेपाल व तिब्बत के रास्ते चीन भेजी जानी थी चंदन की लकड़ीएसएसबी के सहयोग से करोड़ों के चंदन लकड़ी जब्त गिरोह का मास्टर माइंड है एक आवासीय विद्यालय का सुपरीटेंडेंट अशेाक मंडल मामले में स्थानीय पुलिस की संलिप्तता का भी है संदेहप्रतिनिधि, किशनगंजएसएसबी के सहयोग से स्थानीय वन विभाग द्वारा बरामद करोड़ों के रक्त चंदन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 7:03 PM

नेपाल व तिब्बत के रास्ते चीन भेजी जानी थी चंदन की लकड़ीएसएसबी के सहयोग से करोड़ों के चंदन लकड़ी जब्त गिरोह का मास्टर माइंड है एक आवासीय विद्यालय का सुपरीटेंडेंट अशेाक मंडल मामले में स्थानीय पुलिस की संलिप्तता का भी है संदेहप्रतिनिधि, किशनगंजएसएसबी के सहयोग से स्थानीय वन विभाग द्वारा बरामद करोड़ों के रक्त चंदन को तस्कर नेपाल व तिब्बत की सीमा से चीन भेजने की जुगत में थे. गिरफ्तार चंदन तस्कर प्रह्लाद सरकार व महेश पासवान से पूछताछ के क्रम में मिली इस जानकारी के बाद स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों के साथ साथ स्थानीय प्रशासन के भी कान खड़े हो गये है. वहीं तस्करों के पास से बरामद पुरातत्व कालीन सिक्कतों के डिजिटल फोटो ने अधिकारियों के पेशानी पर बल डाल दिया है. सूत्रों की मानें तो पूछताछ के क्रम में तस्कर गिरोह के सदस्यों ने कई सनसनीखेज खुलासे किये है. तस्करों ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड आवासीय विद्यालय का सुपरीटेंडेंट अशेाक मंडल है. अशोक मंडल विद्यालय के रसोईघर के लिए लकड़ियां मंगाने के आड़े में रक्त चंदन का कई खेप विद्यालय परिसर में ही जमा कर चुका था. शनिवार संध्या रक्त चंदन की खेप को चोरी छिपे नेपाल पहुंचाने के उद्देश्य से बाहर निकालते ही एसएसबी जवानों ने धर दबोचा था. हालांकि इस कम में मची आपा धापी के क्रम में अशोक मंडल फरार हो जोन में सफल हो गया. हालांकि इस छापेमारी में स्थानीय पुलिस का सहयोग न किये जाने से भी शहर में चर्चा का बाजार गर्म है. जबकि स्थानीय विभाग ने तो घटना के पूर्व और न ही घटना के बाद स्थानीय प्रशासन को घटना से अवगत कराना भी मुनासिब नहीं समझा. ऐसी स्थिति में मामले के कई सदस्यों के अनुसलझे रह जाने के आसार प्रबल हो जाते हैं. यहां बताते चलें कि इससे पूर्व पश्चिम बंगाल पुलिस ने तस्करी की नीयत से चीन भेजे जा रहे रक्त चंदन की कई बड़ी खेप जब्त की थी तथा अनुसंधान के क्रम में यह खुलासा किया था कि चंदन की खेप किशनगंज के रास्ते ही पश्चिम बंगाल व पूर्वांचल के राज्यों में तेजी से भेजी जा रही है.

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