वोटिंग प्रतिशत बढ़ने से हर कोई बैचेन
वोटिंग प्रतिशत बढ़ने से हर कोई बैचेन भारी मतदान से बिगड़ सकता है समीकरण प्रतिनिधि, किशनगंज विधान सभा चुनाव में वोटरों ने प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद कर दिया है. इवीएम में बंद हो चुके मतों का परिणाम 08 मई को आयेगा. लेकिन प्रत्याशियों के दिल की धड़कनें तेज हो गयी है. भारी मतदान […]
वोटिंग प्रतिशत बढ़ने से हर कोई बैचेन भारी मतदान से बिगड़ सकता है समीकरण प्रतिनिधि, किशनगंज विधान सभा चुनाव में वोटरों ने प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद कर दिया है. इवीएम में बंद हो चुके मतों का परिणाम 08 मई को आयेगा. लेकिन प्रत्याशियों के दिल की धड़कनें तेज हो गयी है. भारी मतदान होने से प्रत्याशियों के सारे समीकरण बिगाड़ कर रख दिया है. वोटर इतना उत्साहित थे कि सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुंच देर शाम तक डटे रहे. जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर का कहना है कि वोटिंग प्रतिशत बढ़ना निश्चित तौर पर लोकतंत्र के लिए फायदेमंद है. अधिक से अधिक मतदाता अपने जनप्रतिनिधि को चुने, इससे बेहतर और क्या हो सकता है.चुनाव के अगले दिन चारों विधान सभा के प्रमुख उम्मीदवार फीडबैक लेते नजर आये. उम्मीदवार जोड़-घटाव में उलझेभारी मतदान ने प्रत्याशियों की उलझने बढ़ा कर रख दी हे. वोट किधर गया, यह तय नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि वोटिंग के दौरान ही वोटरों के ट्रेंड का पता गत चुनाव में चल जाता था. लेकिन इस बार मतदाताओं के ट्रेंड का पता नहीं चल पाया. मतदाता पूछने वालों को ही कन्फ्यूज करता रहा. पिछले चुनाव में राजद और कांग्रेस का अलग-अलग प्रत्याशी मैदान में थे और भाजपा व जदयू का गंठबंधन था. इस बार जदयू,कांग्रेस व राजद गठबंधन है और भाजपा और लोजपा के अलग-अलग प्रत्याशी मैदान में थे.फोटो 6 केएसएन 5,6मार्केटिंग यार्ड में इवीएम की सुरक्षा कैप्शन- मार्केटिंग यार्ड में इवीएम की सुरक्षा में तैनात जवान. यहां इवीएम रख कर गोदाम को सील कर दिया गया है. साथ ही इस क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.