महागठबंधन समर्थकों को बेचैन कर रखा टीवी चैनलों ने प्रतिनिधि, अररियाबिहार विधान चुनाव का परिणाम जानने के लिए बेताब महागंठबंधन के समर्थकों को अधिकांश टीवी चैनलों ने रविवार की सुबह घंटों बेचैन रखा. वजह रही शुरुआती रुझान एनडीए के पक्ष में दिखाया जाना. रविवार की सुबह यूं तो अधिकांश घरों में जिले वासी सुबह सात बजे से ही टीवी से चिपक गये थे. टीवी पर परिणाम जानने वालों में एनडीए व महागंठबंधन दोनों के समर्थक शामिल थे. पर चैनलों पर प्रसारित किये जाने वाले शुरुआती रुझानों को देख कर जहां एनडीए समर्थक खुश होते दिखे. वहीं अधिकांश महागंठबंधन समर्थकों में बेचैनी फैलने लगी. मायूसी ऐसी बढ़ी के बहुत सारे लोगों ने ये मान कर टीवी बंद कर दिया कि एनडीए की सरकार बननी तय है. कुछ ने तो अपने परिचित एनडीए समर्थकों को फोन कर बधाई देनी भी शुरू कर दी. ऐसी स्थिति कमोबेश एक घंटे से अधिक समय तक बनी रही. महागंठबंधन समर्थकों के जान में जान तब आयी जब उन्हें इत्तला मिली कि शुरुआती रुझान को दर किनार करते हुए महागंठबंधन जीत की ओर बढ़ रहा है. बताया जाता है कि ऐसे समाचार के बाद फिर से लोग उस समय तक टीवी से चिपके रहे जब तक कि अंतिम परिणाम नहीं आ गया. वहीं बताया जाता है कि टीवी चैनलों द्वारा पूर्व में प्रसारित एग्जिट पोलों को लेकर भी दिन भर तरह तरह की चर्चाएं होती रहीं. तीन प्रत्याशी पहली बार बने विधायकअररिया. जिले के छह विधान सभा क्षेत्रों में तीन में ऐसे प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है जो न केवल पहली बार विधान सभा का चुनाव लड़े. बल्कि जीत भी गये. ऐसे प्रत्याशियों में अररिया के कांग्रेस उम्मीदवार आबिदुर्रहमान, फारबिसगंज से बीजेपी के विद्यासागर केसरी व रानीगंज के जदयू के प्रत्याशी अचमित ऋषिदेव शामिल हैं. जबकि जोकीहाट के सरफराज आलम व सिकटी के विजय कुमार मंडल चौथी बार विधायक बने हैं. वहीं नरपतगंज के अनिल कुमार यादव दूसरी बार विधायक बने हैं. सीमांचल में नहीं चल पाया अोवैसी फैक्टरअररिया. बिहार विधान सभा चुनाव के नतीजों से ये बात भी स्पष्ट हो गयी कि बहुचर्चित अवैसी फैक्टर टीवी चैनलों तक ही सिमट कर रहा गया. जमीन पर नहीं उतर पाया. क्योंकि सीमांचल में एक भी सीट पर असद अददीन अवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन यानी एआइएमआइएम का उम्मीदवार नहीं जीत पाया. जबकि पार्टी ने सीमांचल की 24 में से छह सीटों पर अपना उम्मीदवार दिया था. जिले के रानीगंज के सुरक्षित सीट से भी अवैसी की पार्टी ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया था.गौर तलब है कि अोवैसी की पार्टी को लेकर टीवी चैनलों पर भले ही जो हो हल्ला मचाया जाता रहा हो. लेकिन जमीनी हकीकत ये थी कि मुसलिम बाहुल्य क्षेत्र माने जाने वाले सीमांचल में पूरे चुनाव के दौरान अवैसी की पार्टी को मतदाताओं ने कभी भी संजीदगी से नहीं लिया. यहां तक की मुसलिम मतदाताओं के बीच भी अवैसी की पार्टी को लेकर कभी संजीदगी से नहीं सोचा गया.यही रुझान चुनाव परिणाम में परिलक्षित हुआ. हालांकि चुनाव के बदलते समीकरणों व सांप्रदायिक धु्रवीकरण पर नजर रखने वाले कुछ जानकारों का मत था कि एमआइएम किशनगंज जिला के कोचाधामन विधान सभा में जीत दर्ज कर सकती है. कहा जा रहा था कि अवैसी व उनके पार्टी के कार्यकर्ता अपने उम्मीदवार व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखतररूल इमान को जिताने के लिए जी जान एक किये हुए थे. घर घर जाकर वोट मांग रहे थे. पर तमाम कोशिशों के बावजूद वहां के मतदाताओं ने एक नहीं सुनी. नतीजा ये हुआ कि कोचाधामन से जदयू उम्मीदवार की जीत हुई. सीमांचल के बाकी पांच सीटों परएमआइएम का प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा. जिले के रानीगंज सीट पर तो पार्टी का उम्मीदवार दूर दूर तक मुकाबले में नहीं रहा. जिले में भी लगा एनडीए को झटका50 प्रतिशत सीट ही बचा पायी भाजपाचार सीटों पर महागंठबंधन के उम्मीदवारों ने लहराया जीत का परचमहम व लोजपा का नहीं खुल पाया खाताअररिया. राज्य के अन्य जिलों की तरह विधान सभा चुनाव में इस जिले में भी एनडीए को जोर का झटका लगा है. वैसे एनडीए के लिए संतोष की बात ये कहीं जा सकती है कि जिले में पार्टी का सूपाडा साफ होने से बच गया. क्योंकि छह में से दो सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीत दर्ज करने में कामयाब हो गये. वहीं बाकी चार सीटों पर महागठबंधन ने अपना परचम लहराया. जबकि एनडीए के घटक दल लोजपा व हम ने अपने उम्मीदवारों को जिताने में नाकाम रहे.गौरतलब है कि वर्ष 2010 के चुनाव में जिले के छह में से चार सीट पर भाजपा एक पर लोजपा व एक पर जद ने जीत दर्ज की थी. भाजपा-जदयू में टूट के बाद अररिया से लोजपा के विधायक जाकिर हुसैन खान ने जदयू का दामन थाम लिया था. पर वर्ष 2015 के चुनाव में बदले समीकरण के तहत भाजपा ने जिले के चार सीटों पर अपना उम्मीदवार दिया. बीजेपी ने फारबिसगंज, रानीगंज, नरपतगंज व सिकटी से अपना प्रत्याशी दिया. वहीं उसके घटक दल हम ने जोकीहाट, व लोजपा के हिस्से में अररिया की सीट आयी. जबकि महागठबंधन में जदयू ने सिकटी, रानीगंज व जोकीहाट से , राजद ने फारबिसगंज व नरपतगंज और कांग्रेस ने अररिया से अपना उम्मीदवार खडा किया. अब चुनाव परिणाम एनडीए के लिए बेश मायूस करने वाला साबित हुआ. क्योंकि चार सीटों में से बीजेपी केवल फारबिसगंज व सिकटी सीट ही बचा पायी. फारबिसगंज से मंचन केसरी व सकटी से विजय कुमार मंडल विजयी हुए. जबकि रानीगंज से रामजी दास ऋषिदेव व नरपतगंज से पार्टी प्रत्याशी जनार्दन यादव चुनाव हार गये. ये दोनों दूसरे स्थान पर रहे. रानीगंज से जदयू के अचमित ऋषिदेव व नरपतगंज से राजद के अनिल यादव ने बाजी मारी.जबकि एनडीए के घटक दलों के दोनो उम्मीदवार चुनाव हार गये. अररिया से लोजपा के अजय कुमार झा कांग्रस प्रत्याशी आबिदुर्रहमान से लगभग 40 हजार मतों के अंतर से पराजित हो गये.जबकि जोकीहाट में जदयू के सरफराज आलम ने लगभ54 हजार के रिकार्ड मतों के अंतर से चुनाव जीता. खास ये कि वहां हम की उम्मीदवार जेबा खातून तीसरे स्थान पर भी नहीं रहीं. सरफराज आलम का मुकाबला निर्दलय रंजीत यादव से हुआ. चुनाव की एक खास बात ये भी थी कि बीजेपी ने अपने चारों सीटिंग विधायकों का टिकट काट कर एक जोखिम उठाया था. माना जा रहा हे कि इसका खामियाजा भी उसे भुगतना पड़ा. सबसे अधिक मतों के अंतर से जीते सरफराजसबसे कम मतों से जीते विजय मंडलचार पर महागठबंधन व दो पर बीजेपी की जीतप्रतिनिधि, अररियाजिले के छह विधान सभा क्षेत्रों में से चार पर महागठबंधन उम्मीदवारों की जीत तो हुई ही है. वहीं दो सीट भाजपा के खाते में गयी है. खास ये कि जोकीहाट के निवर्तमान विधायक व जदयू प्रत्याशी सरफराज आलम ने जीत का एक नाया रिकार्ड भी बनाया है. घोषित परिणाम के मुताबिक सरफराज आलम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय रंजीत कुमार यादव को 53 हजार 980 मतों के अंतर से पराजित किया. सरफराज आलम को 92 हजार 890 जबकि रंजीत यादव को 38 हजार 910 वोट मिले. तीसरे स्थान पर रहने वाले जन अधिकार पार्टी के कौसर जिया तीसरे स्थान पर जरूर रहे. मगर उन्हें मात्र पांच हजार 499 वोट मिले.महागठबंधन की ओर से अररिया की सीट कांग्रेस प्रत्याशी आबिदुर्रहमान ने जीती. सरफराज आलम के बाद जिले में सबसे अधिक 40 हजार 44 मतों के अंतर से उन्होंने जीत दर्ज की. उन्हें कुल 92 हजार 667 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी लोजपा के अजय कुमार झा को 52हजार 623 मत मिले. जबकि तीसरे स्थान पर रहने वाले सीपीआई के डा कैप्टन सुधीर रंजन झा को पांच हजार 898 मत प्राप्त हुए.रानीगंज विधान सभा से जीत दर्ज करने वाले जदयू के अचमित ऋषिदेव ने भाजपा के रामजी दास ऋषिदेव को 14 हजार 930 मतों के अंतर से पराजित किया. अचमित ऋषिदेव को 77 हजार 717 वोट मिले. जबकि भाजपा उम्मीदवार को 62 हजार 787 वोट प्राप्त हुआ. इसी प्रकार नरपतगंज विधान सभा से राजद उम्मीदवार अनिल कुमार यादव ने भाजपा के जनार्दन यादव को 25 हजार 951 मतों के अंतर से हराया. अनिल यादव को कुल 90 हजार 250, जबकि जनार्दन यादव को 64 हजार 299 मत मिला.दूसरी तरफ फारबिसगंज से जीतने वाले भाजपा म्मीदवार विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के कृत्यानंद विश्वास को 25 हजार 238 मतों के अंतर से पराजित किया. श्री केसरी को 85 हजार 929 व राजद के श्री विश्वास को 60 हजार 691 वोट मिले. तीसरे स्थान पर जन अधिकार पार्टी के जाकिर हुसैन खान रहे. उन्हें 18 हजार 894 मत प्राप्त हुए. सिकटी विधान सभा क्षेत्र से भी बीजेपी प्रत्याशी विजय कुमार मंडल जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. उन्होंने जदयू के शत्रुघन प्रसाद सुमन को आठ हजार 106 मतों से हराया. श्री मंडल को 76 हजार 995 व श्री सुमन को 68 हजार 889 मत प्राप्त हुए. जबकि तीसरे स्थान पर रहने वाले जन अधिकार पार्टी के बाल कृषण झा को चार हजार 725 वोट मिले. विधान सभा क्षेत्र®®विजयी प्रत्याशी®®निकटतम प्रतिद्वंदी®®अंतरनरपतगंज®®®अनिल कुमार यादव®®जनार्दन यादव®25951रानीगंज®®®अचमित ऋषिदेव®®रामजी दास ऋषिदेव® 14930®फारबिसगंज®®®विद्या सागर केसरी®®कृत्यानंद विश्वास®25238अररिया®®®आबिदुर्रहमान®®अजय कुमार झा®40044जोकीहाट®®®सरफराज आलम®®रंजीत कुमार यादव®53980सिकटी®®®विजय कुमार मंडल®®शत्रुघन सुमन®®8106विजयी प्रत्याशी®पार्टी®®प्राप्त मत®®निकटतम प्रतिद्वंदी को मिले मतअनिल यादव®®राजद®®90250®®®64299अचमित ऋषिदेव®जदयू®®77717®®®62787विद्यासागर केसरी®बीजेपी®85929®®®60691आबिदुर्रहमान®कांग्रेस®®92667®®®52623सरफराज आलम®जदयू®®92890®®®38910विजय कुमार मंडल बीजेपी®76995®®®68889दो क्षेत्रों में नोटा रहा तीसरे स्थान परअररिया. जिले में चुनाव परिणाम का एक दिलचस्प पहलू ये रहा कि छह में से दो विधान सभा क्षेत्रों में तीसरे स्थान पर कोई उम्मीदवार नहीं बल्कि नोटा रहा. ये दोनों क्षेत्र रहे रानीगंज व नरपतगंज.घोषित परिणाम के मुताबिक नरपतगंज में नोटा को चार हजार 637 व रानीगंज में नोटा को छह हजार 351 मत मिले. वहीं फारबिसगंज में जन अधिकार पार्टी के जाकिर हुसैन खान 18 हजार 894 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे. इसी प्रकार अररिया में सीपीआई के डा एसआर झा को पांच हजार 898 मत मिले. वो तीसरे स्थान पर रहे. जोकीहाट में भी जन अधिकार पार्टी के कौसर जिया पांच हजार 499 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे. जबकि सिकटी से तीसरे स्थान पर रहने वाले जन अधिकार पार्टी के बाल कृषण को चार हजार 725 वोट मिलेतीसरे स्थान पर®®क्षेत्र®®पार्टी®®®प्राप्त मतनोटा®®®नरपतगंज®®–®®®4637नोटा®®®रानीगंज®®–®®®6351जाकिर हुसैन खान®फारबिसगंज®®जन अधिकार पार्टी®18894डा कैप्टन एसआर झा®अररिया®®सीपीआई®5898कौसर जिया®®®जेकीहाट®जन अधिकार पार्टी®5499बाल कृषण झा®®सिकटी®जन अधिकार पार्टी®4725®
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