कमर आलम, अररिया
अररिया के आजाद नगर वार्ड संख्या 20 के रहने वाले नन्हे बालक शफर मतीन उर्फ शैरी ने ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनायी है. छह वर्ष का यह अद्भुत बच्चा ऑनलाइन इंग्लिश शिक्षण कक्षाओं के लिये जाना जाता है. गहरे शैक्षणिक मूल्यों वाले परिवार में जन्मे जहां उनके दादा अबू मतीन अररिया कॉलेज में इंग्लिश के प्रोफेसर मां प्रसिद्ध कवयित्री व इंग्लिश की कई काव्य पुस्तिका की लेखिका व शैरी के पिता एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक हैं.
इतनी कम उम्र के बावजूद शैरी ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख व्यक्तित्व बन गये हैं. जिन्होंने इंग्लिश भाषा पर अपनी असाधारण पकड़ से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया है. इंस्ट्राग्राम और फेसबुक पर इनके तीन लाख से ज्यादा फॉलोअर्स व यूट्यूब पर एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं. विविध वैश्विक दर्शकों के साथ एक सोशल मीडिया प्रभावशाली बच्चे के रूप में अपने को स्थापित किया है.
शैरी के माता-पिता दोनो पीएचडी हैं, वे शिक्षा के संचार कौशल को बेहतर तरीके से समझते हैं. शैरी की ऑनलाइन शिक्षण न केवल स्पोकन इंग्लिश पर बल्कि व्यक्तित्व विकास कौशल पर पर भी ध्यान केंद्रित करती है. जिसे वे वीडियो सत्र के माध्यम से प्रदान करता है. इतनी कम उम्र के बावजूद वे एक स्वाभाविक व सार्वजनिक वक्ता भी हैं.
शैरी ने बताया कि उसका मकसद व्यक्तित्व विकास के क्षेत्र में नवाचार करना व बच्चों को प्रेरित करना है. आने वाले दिनों में शेरी निश्चित रूप से अपनी प्रतिभा को लेकर देश दुनिया में अररिया का नाम रोशन करेगा. शैरी की इस अद्भुत सफलता पर उनके चाचा युवा सामाजिक कार्यकर्ता मो मोअज्जम आलम व उनके रिश्तेदारों ने मुबारकबाद दी है. अभी शैरी अपने माता पिता के साथ नोएडा में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं. विदित हो कि वे खुद अभी क्लास 01 के छात्र हैं.