दो दर्जन से अधिक घर जले
दो दर्जन से अधिक घर जले संझेली ततमा टोला में लगी आग-लगभग 30 लाख का हुआ नुकसान-मौके पर पहुंचे विधायक व सीओ – विधायक ने आवास निर्माण करवाने का दिया आश्वासन फोटो: 15 -आग बुझाते दमकल कर्मी.फोटो: 16 -पीड़ितों को सांत्वना देते विधायक प्रतिनिधि, रानीगंजक्षेत्र के छतियौना पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या एक संझेली ततमा टोला […]
दो दर्जन से अधिक घर जले संझेली ततमा टोला में लगी आग-लगभग 30 लाख का हुआ नुकसान-मौके पर पहुंचे विधायक व सीओ – विधायक ने आवास निर्माण करवाने का दिया आश्वासन फोटो: 15 -आग बुझाते दमकल कर्मी.फोटो: 16 -पीड़ितों को सांत्वना देते विधायक प्रतिनिधि, रानीगंजक्षेत्र के छतियौना पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या एक संझेली ततमा टोला में शुक्रवार को आग लगने से दो दर्जन से अधिक घर जल गये. सूचना पर जिला मुख्यालय से पहुंचे दमकल कर्मी व स्थानीय लोगों के सहयोग से आग बुझाया गया. जानकारी अनुसार शुक्रवार की दोपहर में अचानक स्थानीय निवासी सहदेव ततमा के चूल्हा घर से आग की तेज लपटें निकलने लगी. देखते ही देखते बस्ती में आग फैलने लगा. जब तक आग बुझायी गयी. तब तक सहदेव सहित कुल 29 लोगों का घर जल गया. पीड़ित परिवारों का सब कुछ अगलगी में जल कर खाक हो गया. पीड़ित केवल अपने शरीर पर पहना कपड़ा ही बचा पाया. गहना, अनाज व नकदी सहित घर में रखा सब कुछ जल गया. कुल मिला कर इस घटना में लगभग तीस लाख की संपत्ति का नुकसान पीड़ितों को हुआ है. इस दौरान क्षेत्रीय विधायक अचमित ऋषिदेव व सीओ सत्येंद्र नारायण सिंह मौके पर पहुंचे. विधायक श्री ऋषिदेव ने घटना पर दुख: जताते हुए कहा कि तिनका -तिनका इकट्ठा कर गरीबों ने अपना आशियाना बसाया था. लेकिन छोटी सी चिनगारी ने सबको बेघर कर दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रशासनिक तौर पर पीड़ितों के लिए आवास निर्माण की पहल की जायेगी. फिलहाल अपने स्तर से राहत देने की बात उन्होंने कही. सीओ श्री सिंह ने कहा कि शनिवार को पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का समुचित वितरण किया जायेगा. तत्काल सभी 29 पीड़ितों को एक -एक हजार रुपये दिये गये हैं.-पीड़ितों की चीख से माहौल हुआ गमगीन-29 परिवारों का जला आशियाना फोटो: 17 – रोती बिलखती महिलाएं.प्रतिनिधि, रानीगंजछतियौना के संझेली ततमा टोला में शुक्रवार अगलगी की जद में आये लोगों की पीड़ा हृदय विदारक थी. बस्ती में चारों महिला व बच्चों की चीख गूंज रही थी. कोई अपने जले घर को देख छाती पीट रही थी, तो कोई अपनी किस्मत को कोस रही थी. पीड़ित सहदेव ततमा अपनी विवाहित पुत्री कविता का गौना कराने का सपना संजोये था. बेटी को देने के लिए गहना, कपड़ा, नकद रुपये सहित तरह-तरह का समान बना कर घर में ट्रंक में रखा था. सब कुछ जल गया. छाती पीटते हुए सहदेव ने कहा कि पंद्रह दिन पहले पत्नी डोमनी देवी की मौत हुई थी. पत्नी के क्रिया कर्म से निबट कर अब बेटी का गौना करवाने की सोच रहे थे. लेकिन सब कुछ खत्म हो गया. बताया जाता है कि सभी पीड़ित दैनिक मजदूरी पर आश्रित हैं. हाल ही में गांव की महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर आर्थिक रूप से समृद्ध के प्रयास में लगी थी. बंधन व अन्य बैंकों से कर्ज लेकर स्वरोजगार से जुड़ी थी. अगलगी में प्राय: सभी पीड़ितों का कुछ न कुछ नकदी जलने की बात सामने आयी है. इस घटना में सहदेव ततमा, जगदेव ततमा, विनोद ततमा, संतोष ततमा, मुकेश ततमा, कमलेश्वरी ततमा, उपेंद्र ततमा, रामानंद ततमा, परमानंद ततमा, सुशीला देवी, दिनेश ततमा, उमेश ततमा, रविंद्र ततमा, पंची देवी, सांतिया देवी, इशरत बानो, मारूफ आलम, सलाम, संजय ततमा, रंजीत ततमा, शंभू ततमा, देवानंद ततमा, राजेश ततमा, घुट्टर ततमा, अरूण ततमा, कविता देवी व नजामुद्दीन सहित 29 लोगों के घर जल गये हैं.