रमजान नदी के गंदे पानी में छठ करने को विवश हैं श्रद्धालु

रमजान नदी के गंदे पानी में छठ करने को विवश हैं श्रद्धालुफोटो 13 केएसएन 4धोबी छठ घाट पर जमा गंदा पानी -रमजान की मुख्यधारा बंद कर दिये जाने से रमजान नदी नाले में तब्दील, प्रशासन मौनप्रतिनिधि, किशनगंजलोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. लेकिन छठ घाटों की सफाई के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2015 7:38 PM

रमजान नदी के गंदे पानी में छठ करने को विवश हैं श्रद्धालुफोटो 13 केएसएन 4धोबी छठ घाट पर जमा गंदा पानी -रमजान की मुख्यधारा बंद कर दिये जाने से रमजान नदी नाले में तब्दील, प्रशासन मौनप्रतिनिधि, किशनगंजलोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं. लेकिन छठ घाटों की सफाई के प्रति नगर परिषद उदासीन बना हुआ है. जिला प्रशासन द्वारा भी साफ सफाई के लिए अब तक कोई पहल नहीं की गयी है. नतीजतन छठ घाटों पर गंदगी एवं कचरे का अंबार लगा हुआ है. नप क्षेत्र अंतर्गत 16 घाटों पर छठ पूजा होती है जिसमें खगड़ा देवघाट, डे मार्केट धोबी पुल घाट, रूईधासा प्रेम पुल घाट, चुड़ीपट्टी घाट, मझिया, गोशाला,घाट प्रमुख रूप से शामिल है. किशनगंज की लाइफ लाइन कही जाने वाली रमजान नदी के ही विभिन्न घाटों पर श्रद्धालु छठ पूजा करते है. रमजान नदी के मुख्यधारा को बंद कर दिये जाने से एक ओर जहां नदी में जल का प्रवाह बाधित हुआ है वहीं शहर के नालों का गंदा पानी नदी में गिरने से रमजान नदी का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है. इसके बावजूद छठ व्रती गंदे पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए विवश है. रमजान नदी की जमीन को अतिक्रमण कर अतिक्रमणकारियों ने बड़े बड़े विल्डिंग खड़े कर दिये है. इसके लिए अतिक्रमणकारियों ने एक साजिश के तहत डोंक नदी के पास रमजान नदी के मुहाने को ही बंद कर दिया है. जिसके कारण डोंक नदी से रमजान नदी में आने वाला जल प्रवाह बंद हो गया है. बरसात के समय में जब डोंक नदी उफान पर रहती है तो ही रमजान नदी में थोड़ा बहुत ही जल प्रवाह हो पाता है. अतिक्रमणकारियों को डर सताता है कि यदि रमजान नदी अधिक उफनाई तो नदी में बने उनके बिल्डिंग धाराशायी हो सकते है. शहर के बुद्धिजीवियों एवं शुभचिंतकों ने जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर से कई मौकों पर रमजान नदी का उद्धार करने की दिशा में आवश्यक पहल करने का अनुरोध किया है. डीएम श्री पराशर ने रमजान नदी की धारा प्रवाह को लेकर पहल करते हुए जल नि:सरण विभाग को निर्देश भी दिये परंतु जल नि:सरण विभाग ने डीएम को बताया कि डोंक नदी का जल स्तर नीचा रहने और रमजान नदी का उपर रहने के कारण ही जल प्रवाह नहीं हो रहा है. हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जल नि:सरण विभाग ही बता पायेगा. लेकिन जानकारों का कहना है कि इस संबंध में काम करने वाले अन्य जिलों के तकनीकी एजेंसी के द्वारा जांच कराये जाने पर उनका जरूर कुछ अलग ही राय होगा.

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