परिजनों के क्रंदन से गमगीन हुए लोग
परिजनों के क्रंदन से गमगीन हुए लोग फोटो 15 केएसएन 11सदर अस्पताल के गोलंबर पर बैठी मृतक एसएसबी जवान भास्कर की पत्नी, दो छोटे-छोटे बच्चे व अन्य. प्रतिनिधि, किशनगंजसाथी जवानों द्वारा भास्कर की मौत की खबर दिये जाते ही रविवार को पश्चिम बंगाल के माटीगाड़ा में उसकी पत्नी अपने दो बच्चों व परिजनों के साथ […]
परिजनों के क्रंदन से गमगीन हुए लोग फोटो 15 केएसएन 11सदर अस्पताल के गोलंबर पर बैठी मृतक एसएसबी जवान भास्कर की पत्नी, दो छोटे-छोटे बच्चे व अन्य. प्रतिनिधि, किशनगंजसाथी जवानों द्वारा भास्कर की मौत की खबर दिये जाते ही रविवार को पश्चिम बंगाल के माटीगाड़ा में उसकी पत्नी अपने दो बच्चों व परिजनों के साथ रोते बिलखते हुए स्थानीय सदर अस्पताल पहुंच गयी. काफी अनुनय विनय के बाद जब साथी जवानों ने अपने दिल पर पत्थर रख कर भास्कर का मृत शरीर का दर्शन पत्नी व अन्य परिजनों को कराया तो सभी अपना धैर्य खो बैठे. भास्कर की पत्नी मौके पर ही गश खाकर गिर पड़ी. जबकि उसके दोनों अबोध बच्चे अपने पिता के मृत शरीर से लिपट कर दहाड़ मार कर रो पड़े. इस कारूणिक दृश्य को देख घटना स्थल पर मौजूद साथी जवानों के साथ साथ स्थानीय लोगों की भी आंखें भर आयी. स्थानीय लोगों ने साथी जवानों की मदद से मृतक की पत्नी, बच्चों व अन्य परिजनों को ढांढस बंधाया तथा उन्हें शांत कराने की चेष्टा की. परंतु पत्नी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हो गयी. उन्होंने बताया कि माता पिता के देहांत के बाद भास्कर पर ही परिवार की सारी जिम्मेदारी थी. परंतु भास्कर के चले जाने के बाद अब परिवार का क्या होगा? यही चिंता उन्हें सताये जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2006 में भास्कर ने देश सेवा के उद्देश्य से एसएसबी ज्वाइन कर ली थी और अपने हंसमुख व मिलनसार व्यक्तित्व के कारण वह बहुत जल्द हरदिल अजीज बन गया था. हालांकि मौके पर उपस्थित एसएसबी के पदाधिकारी ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया.