सर्प दंश मामले में जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग

सर्प दंश मामले में जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग फोटो 20 केएसएन 2सीएस परशुराम -दोषी चिकित्सकों के खिलाफ होगी कार्रवाई : सीएस -एसएसबी के सहायक समादेष्टा राजीव कुमार के लिखित शिकायत के आधार पर दिघलबैंक थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी हैप्रतिनिधि, किशनगंजदिघलबैंक पीएचसी में तैनात चिकित्सकों द्वारा बरती गयी लापरवाही के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2015 7:33 PM

सर्प दंश मामले में जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग फोटो 20 केएसएन 2सीएस परशुराम -दोषी चिकित्सकों के खिलाफ होगी कार्रवाई : सीएस -एसएसबी के सहायक समादेष्टा राजीव कुमार के लिखित शिकायत के आधार पर दिघलबैंक थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी हैप्रतिनिधि, किशनगंजदिघलबैंक पीएचसी में तैनात चिकित्सकों द्वारा बरती गयी लापरवाही के कारण एसएसबी जवान की मौत हो जाने के मामले को सिविल सर्जन परशुराम ने गंभीरता से लिया है. शुक्रवार को सिविल सर्जन ने बताया कि दिघलबैंक की घटना ने न केवल पूरे स्वास्थ्य महकमे के चेहरे पर कालिख पोत दी है बल्कि महकमे की कारगुजारियों की पोल भी खोल दी है. हालांकि उन्होंने कहा कि एसएसबी द्वारा मामले की शिकायत उन्हें अब तक नहीं की गयी है. इसके बावजूद वे स्वयं मामले की जांच करेंगे. उन्होंने कहा कि दिघलबैंक में पदस्थापित एसएसबी के सहायक समादेष्टा राजीव कुमार के लिखित शिकायत के आधार पर दिघलबैंक थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है तथा कांड संख्या 127/15 के तहत दिघलबैंक पीएचसी में प्रभारी एनामुल हक, डा रविंद्र कुमार व अन्य के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. उन्होंने कहा कि पुलिसिया जांच में दोषी पाये जाने पर दोषी चिकित्सकों व कर्मियों के विरुद्ध अलग से विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी. यहां बताते चले कि विगत दिनों दिघलबैंक एसएसबी कैंप में तैनात एसएसबी जवान भास्कर क्षेत्री के अचानक सर्पदंश के शिकार हो जाने के बाद साथी जवानों ने उसे इलाज हेतु दिघलबैंक पीएचसी में भर्ती कराया था. जहां सर्पदंश की दवा उपलब्ध होने के बावजूद भी चिकित्सकों ने मात्र टैटवैक का टीका देकर श्री क्षेत्री को सदर अस्पताल रेफर कर दिया था. नतीजतन समुचित इलाज के अभाव में बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी थी.

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